नित्यपूजा | Nityapuja
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
1 MB
कुल पष्ठ :
66
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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जय जय जय श्रीमत्कान्तिप्रभो जगतां पते
जय जय भवानेव स्वामी भवाम्भसि मज्जताम ।
जय जय महामाहभ्वान्तप्रभातकृतेडचने
जय जय जिनेद त्॑ नाथ प्रसीद करोम्यहम ॥ २ ॥
3 च्ही। भगवाज़िनेन्टर ' अन्र अवतर अवतर । संवौषट् । ( इत्याह्वानम )
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देवि श्री श्रुतदेवते भगवति त्वत्पादपड़ेरुह-
दन्दे यामि शिलीमुखत्वमपरं भक्त्या मया प्राथ्यते ।
मातश्वतसि तिष्ठ मे जिनमुखोद्धुते सदा त्राहि मां
हग्दानेन मयि प्रसीद भवतीं सम्पूजयामो5घुना ' ३ ॥
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