सती - सारन्धा | Sati Sarandha
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
9 MB
कुल पष्ठ :
106
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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सभ दर सभो
जायगा जायेगा |
छायगा अप रयेगा ॥
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समर का ससर को
प्ाणा भर प्राणों
इसारा सहारा
देवों । मम रानों ।
को उन पर छिड़क रहे दो । क्यों उन पर डाल रहे हा
रहा .जेक खाकर
छुषचि छाकर
सोर सती... ...
कायर सपूत .. ...
झटाये कक
दिखाने दम
रह गया जक कर
छवि छक कर
वीर सुतो,
कायर कपूत
कटाये !
दिस्वायें ।
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