आत्मो संग्रह | Aatmo Sangrah

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Aatmo Sangrah by महात्मा गाँधी - Mahatma Gandhi

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about मोहनदास करमचंद गांधी - Mohandas Karamchand Gandhi ( Mahatma Gandhi )

Add Infomation AboutMohandas Karamchand Gandhi ( Mahatma Gandhi )

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
| हे से हम सुगम नहीं ऐस्येगि) होता यार धिध्यास सहाः रुन्तु संत्य-यए प्रर सत्यनदा सिष्या होता आज पी ! जननसा लिज तन त्याग, गरन्सा मन लेक्य तू भाग ने जा; चिर निद्रा था समय नहीं यए प्र एठी, झा, जाग, न जा । वता क्रान्तिफारी, क्या चेरी बान्ति मनाऊँ 'ग्राज सठोफ ? चद तं। तेर शुद्ध शील पर 'ाप्रत्यय है. पुण्यडलोक ! तर लिए करूं में केसे स्वगे-कामना मेरे मीत ! 'ल्वगदषि गरीयसी' तेरी जन्मथूमि थी तुमे पुनीत ।




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now