आर्थिक और औद्योगिक जीवन भाग - 1 | Arthik Aur Audyogik Jiwan Bhag - 1

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Arthik Aur Audyogik Jiwan Bhag - 1  by गाँधीजी - Gandhiji

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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५. ५३. पर, ५५. पद, ५७. ८. प्र « दरीर-श्रम ही अकमात्र हल ६, धर ६३, ६, ६५. द्द्. ७. ८. ९, . आर्थिक समानता प्राप्त करनेकी पद्धतियां -- ७१. ७२. ७३. ४. ७५. ७६. 9७. ७८. ७९. श््‌ यज्ञ श्रसका गौरव श्रमकी प्रतिष्ठाको पहचानें कमंयोगका सिद्धान्त मेहनत नहीं तो खाना भी नहीं ८ यार्मनाक पुर्ण प्रायद्चित्त रोटीकी समस्या काम ही गरीवीका अकमात्र जिलाज है * जेक महान समता-स्थापक ' स्वावलंबन और परावछम्वन नौकरों पर अवलम्बन काम भौर फूरसतका दर्शन फुरसतका मोह . फुरसतकी कीमत तीसरा विभाग: आर्थिक समासता आर्थिक समानताका अर्थ आर्थिक समानताके लिओे प्रयत्न गांधीजीकी और साम्यवादियोंकी आधिक समानताकी प्राप्ति समान वितरण मजदूरीकी समानता समान वेतन मंत्रियोंके वेतन चौथा विभाग: संरक्षकता संरक्षकताका सिद्धान्त टुस्ट क्या है? संरक्षकताके बारेमें कुछ प्रदान मैं क्यों संरक्षकताके सिद्धान्तको तरजीह देता हूं ? १्श् १२८ १३० श३१ १३२ १३३ शेड १३५ १३५ १३६ १३७ १३८ १३९ १० शव श्ब्५्‌ ११४१७ शद८ १५० १५१ श्५१ श्पर्ड १५५ १५६ १५९ १६० १६१ श्र




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