अद्वैत वेदान्त | Advait Vedant

Advait Vedant by डॉ. राममूर्ति शर्मा - Dr. Rammurti Sharma

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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अचुक्रम १ : विपय-प्रवेश दर्शन के क्षेत्र में बद्देतवाद का स्थान १--श्रं घ्याप ददन और अद्देत वेदास्त प्र न्यायदर्थेन की संक्षिप्त रूपरेखा, ४; प्राचीन और नव्य-न्याव, ५-६; प्राचीन भौर नव्य न्याय में अन्तर,६; न्याय दर्गत की प्रक्रिया, ६; न्यायदर्शन में आत्मा और मुक्ति का स्वरूप, ७; नयाधिक की श्रस्पयार्यानि, ७3, न्यायदर्थन और असत्कार्यवाद, ७-८; जद्दत वेदान्त गौर न्यायदयेन को तुलनात्मक समीक्षा, ८; न्याय और अईत वेदान्त की मूर्ति, €- ११३ वेश पिक दर्शन आौर अद्देत वेदान्त ११ वेगेपिक दर्शन की संक्षिप्त रुपरेखा, ११-१२; वेगेपिक का परमाणुकारणवाद, १२; ईदवर, १२-१३; वैचें पिक दर्जन और अद्धत वेदान्त को तुलनात्मक समीक्षा, १३-१४ | सांय्य और अद्देत वेदान्त दर्शन ४ सांख्य दर्जन की संभिप्त रूपरेखा, १४; सांखय का अथ, १४; सांख्य दर्दन की प्राचीनता भौर उसके अनेक रुप, १५ उपनिपद्‌ तथा भगवद्गीतावर्ती सांल्य, १४; महाभारत- वर्ती तथा पौराणिक सांख्य, १५; चरक सांख्य, १५; ब्रह्म सुत्र तथा सांस्यका रिका का सांख्य, १४५; विज्ञानभिक्ष द्वारा प्रतिपादित सांख्य, १४; सांल्य दर्शन बौर कार्य-कारण- वाद, १५-१६; प्रकृति, १६-१७; गुण, १७-१८; पुष्प, १८-१९; पुरुपवडुत्व, १६; प्रकृति चुरुप एवं पुष्टि, १९-२१ जुद्ति, २१५ जीचन्पवित कोर विदेद-भुवित २१-९२ ईव्वर, २२; अत वेदान्त भौर सांख्य दर्शन की तुलनात्मक समीक्षा, २३-२४ । महूत चेदान्त भीर योपदर्शन २४० योगदर्थन की संक्षिप्त रुपरेखा, २४-२५; योग दाब्द का बथें, २५-२६ योगदंन में चित्त का स्वरूप, २६--क्षिप्त, २६; मु, २६; विध्षिप्त, २६; एकाग्र, २६-२७; निरुद्ध, २७; वृत्तियों का स्वरूप विवेयन, २७; प्रमाण, २७; विपर्यय, २७; विकल्प, २७; निद्धा, २७; रमति, २७; सस्कार, २८ ; यो गंदर्गन का वलेंग सम्बन्धी दृष्टिकोण, २८; मविद्या, २८; अस्मिता, २५; राग, २८; द्वेप, २८; अभिनिदेश, २९; योग के सघन, २६--यम, २४; नियम, २९६; आसन, २६; प्राणायाम, ३०; प्रत्याह्मार, ३०; घारणा, ३०; ध्यान,




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