प्रेमी अभिनन्दन ग्रन्थ | Premi Abhinandan Granth
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
38 MB
कुल पष्ठ :
820
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)विद्वानों को उनकी श्रनुमति लेकर सौंपा गया :
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डा० वासुदेवशरण श्रग्रवाल ,
'पं० वनारसीदास चतुर्वेदी
श्री जैनेन्द्रकूमार दर
यशपाल जैन वी ० ए०, एल-एल० वी ०
स० सिं० घन्यकूमार जैन
महात्मा भगवानदीन जी
पं० माखनलाल चतुर्वेदी
प्रो० हीरालाल जैन
श्रीमती सत्यवती मल्लिक
डा० रामकमार वर्मा
पं० कैलाशचंद्र जैन सिद्धान्तशास्त्री
[ तेरह
अध्यक्ष
उपाध्यक्ष
न मंत्री
...... संयुक्त मंत्री.
सदस्य
ग्रंथ के निम्नलिखित श्रठारह विभाग रक्खे गये तथा उनके सम्पादन का भार विभागों के सामने उल्लिखित
विभाग
संस्मरण श्रौर जीवनी--
श्
« भारतीय संस्कृत्ति--
जैन-दर्शन--
संस्कृत शरीर प्राकृत-साहित्य-- . .
सम्पादक
पं० वनारसीदास चतुर्वेदी (संयोजक )
श्री जेनेन्द्रकुमार
डा० सुनीतिकुमार चादुर्ज्या (संयोजक )
श्री भदन्त श्रानन्द कौसल्यायन
डा० वेनीप्रसाद
प्रो० दलसुख मालवणिया (संयोजक)
मुनि जिनविजयजी
पं० सुखलाल संघवी
पं० महेन्द्रकुमार न्यायाचायें
डा० हीरालाल जैन (संयोजक )
_ डा० जगदीदचन्द्र शास्त्री
भाषा-विज्ञान-- . .
पं० बेचरदास दोशी
डा० सुनीतिक्ूमार चादुर्ज्या (संयोजक )
. डा० मंगलदेव शास्त्री
+ फला--
बह
पुरातत्व-- भड न
हिन्दी-साहित्य (गद्य)
शचायं पद्मनारायण
श्री जयमगवान जैन
: हढा० बेनीप्रसाद
डा० वासुदेवशरण श्रग्रवाल (संयोजक )
डा० मोतीचन्द्र
आचाये हज्ञारीप्रसाद द्विवेदी (संयोजक )
श्री पदुमलाल पुन्नालाल वस्यी
श्री रामचन्द्र चर्मा
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