सामाजिक अर्थ साहित्य तथा पार्टीकारणम | Samajik Arth Sahitya Tatha Partikaranm(1954)
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3 MB
कुल पष्ठ :
116
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)(रि४)
पोसद्दो करवानुं पचखाए,
इच्छेहउत्तमंपोसहं, साव्वं सावज्जजागं पचचरूखाण, करेह, सु
तत्थंआयारं, घम्मेश्ञाणं घरेद, पंचपरमेहिसरिखर्य तेमे भवतु॥२॥।
पोसढ़ो पारवानो प्रकार.
पारोमि पोसहं, अण्णाणेणवा, पमादेणवा, अमत्यभावेणवा पोस-
हम्मि, जंकिंपि सुत्तत्यं, आयारंण कयंते, तस्सामिछामि दुकढं ॥ रै॥।
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