थे आर्ट ऑफ़ इंडियन एशिया भाग १ | The Art Of Indian Asia Vol 1 (1955) Ac 4627
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
27 MB
कुल पष्ठ :
529
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)335, 163,
उठ3
शेड
ज9,833
ज358
4
58, लि04
3ठञ53
शा. पट 18-81 6
इब्लाइए ८. 147 4.9, (पाए #2ब7 0 बाज ड2 5 हां). एप
चिधधेपा'ड घाइशप्रधक्िटाप्राह, सस्ते इ8ा10 कार, मं. ही. 1 10.
दावा दि उादउहनााा,
ही फुट जाप छा. उदौव, त्णाराग)! छा सापु्िण
860. शिधिाज, 2३8. ८. 50 /.0. रिणोांजीाब्ठं टी।ाहा'
अन्ना 8१02९, मर. 6 दि, /दोावत तपउरदाा, टंॉटादा,
ह:. सह्वर्णप््द डदाणल कु दी, धागा मु उापुदिवण
2. सदा,
874. हक ब-िद्ाएंशा। रब], ैड08 ट01प्ााता, 07
टा0चााएपे, मना 100, 243 8.0. ४. 39 है. 7वे पा.
2: नीाघविल्त॑फू दा उाण्था छा. डदीव, ८० सएदाउत
ही पक ण्द््फ था दा मीएी
876. हिद्ाफृपत्न है, दारि0ष, छपी] टाफृंड! व था
मै.ई०प8 ०णेघाए।, 244 8.0. 2िणांडोए्वे (पीर 88010510ाश,
प. 8 ही. 9 10. न घरांणावा वार्ता, नो टिच्छ दवा,
कि बा
87८. एोडपां (818. ए४पल,, एघांजजव), गाए,
शाणाणाधिा0, शणिवाएंएए कक्ष गण पा इ०८,, भोएंएं। 18 शान
ह्ा'ब६० जाए णाश 0 50188 णिप्रााट्टा। 10०८-९पांटा 8,
चिधाधाभव [१शप0पते, ८, 267 2.0.
ए; नवइण दबे वन, द्ण्या थक के सिएदिउणा 7... सददीपिफुल,
88. चंदा, वध], हठाा0100नशा, फिट ए प€ “00
ध्फाहू5* इध्धातांफू 2६ पा? एणाडा8 0 घर ट्ाथ्ां फ्रेश,
पठान न णाधडाटड, कठाा08६0-५था 15 चिट 9९5९
शध्धा5डधणिवाए8 000) 0. शोध वाइव, फ्रेट एक पंप 0
पव्घ6 शाप छुणाएं।ा। एव पा? जाट. प0८ ०फटा' (8
बा 2ठलाठ-1था ( शपपंत्रा5, धिंग्र्हठ न टाणााटह), व्णघ-
एा। (प्ृधिइड्विव, भाव 0 छुाताशा' ४5), बात छांडीव-
प्रोणा-थाा (0028, 22 ण भ्रशद805), धार टरध2ए1815,
इ€हक्श्टीच्टीक, एप घाट 50पघ), ९850, था पा), दै.| था
इफ़ूफण2प ४ ल०ण्टोहवें भह्ोहा8 था )पाधशता णिएा,
50 फूशांण्पे, फ़िग शा घा ध्ाधााए 2.0. .बत्पृघ्रटाशपे
भ000, न, 4 दि. कब एप.
हि: नीउधदनछित, सेठ, नवधत,
89. चंद्ा2, उं8फुाा, . तैवाातज . (है 8) छित0018
0नास्था ध)€ छि०0ा05810788 नाश णा ( ठै ए8101018ई५818)
शा 5संकंप [च्ंपश्प्र), निज सिलिड्। तवणा58ा2ा'],
छिभ्श्धीए फ्शाण्पे, 1816 छा एशाधधाफ 2.0. छाणाइर, मर. एटान
एव] शि्छुधाट, 1 दि. 7 पा,
स्:. ऑहावरव 5तबतददलाड, दण्ा शा दिस छा (हर, 09-
बदतठिवर (ंविकएनवाएएं, नल 204४,
8104, गि8पुपट उट्ताटवल्पर 0५ पो€ ००52 ह,08-
ई0०0908 बा. घाट लि] दा. ठै।'ब)8 बहु का, 0१
जाकर 0 घोर हर्ट 5्ाशा5 ; भाप छाद्ोपाएं
प्राइटांफुपेणा, उाण 0९. 1 हां।0७/5 के ववाश 5]2, 88ऐे-
फ़्ाहू गा 8 हछी। 9253शाादाए, नाप इक 0800 502]5,
न. 10ह्ठो।. हुडा, . जां!)818, शाओं 8. दंएएपाधधाएपोडतिएया
18 (णिवाा, . हैवदपीफ्ा' डे, 1 ट्हाधपाड /.छ0.. ० ए९तें 197
इद्ातेडणाह, 8 हि. 4 रो, >ए 1 हि. 9 धा. उव्ार्दाा गु
नीपधकरणनूड डक, तवविधा वे,
7 नैत्द्रविन्णंलूु कक उएाच्टा! का कद, धमाल) थे. 2ाए, नी, मैं.
(०बा/ध्यघाधाा),
8100. एु2वुण्€ ड०ाघाइ् ९ (शा 8६ 3ि०ताटुब व
(०ण्पकृ्ष९ मिड 99), चाप धिशा0डीम घाउटांफुपणा,
शिरएनछिष घी शिवा|व9 गाद्ांध, छिएघाधएं 2 06 (पा दोपडेा
भेएट था शान (विवद्धाकृणपाथ), दा ध्दापाए #.0. 1 शाव
८8, बलि ऑीदडाधा,
#: कुल टू नफिक्राणंफूत, रद छू उदोंक,
जा!
810८. है शिपेद्रीवणा ए 8 #वाघा[ ला०85-02', डफ0भााएठ थ
80 पा होध पट, रन 80008, 1 0टाधपा ४ 8.0. णा /..0. तह 01९1९प
कह 5बघ800ा९, भ. 9 10. उवबडडादाव ए हाजिर नींद, 30:07,
₹: (शाला पा दवीर, नी. मै. (च्तद्ावाएाधान,
8116, उशाणे, (शांत, टिड्ु०्ते४ जी पाइनप्रण 350, था
पीट घाफृटा181 शि८€. हुम्रपंशा, (णाउपाघटाट्ते पा।. घाट
शखिध॑श्पी। अर एव पार छिचाफलण' एफिाला पाए (1751
&.0.). 1९500भ्त० ीटा (06 निटिणप्र्ंणा 0 1918,
कु कु का कु कि. के. भिअ
“। आ / आ .. जा का |. |... आह ।। अ( ) न
1934-37].
8119. लंड व, 8]81. शाप एव प्रा छठा-पपत। ऐलान
28शा+. #(000 ( 00०02 फभा*') घाव भ००तथा 94०08.
500 फहाप00, श्ालेज् शा 0शापिाएए 2.0.
रि; नीडाईवन-छिक, नंद, पवन,
81 24. 01, ए250. 8४४, छिघा0८8,. भा एटा
#..0. पिएाध भरा ते 228 पाल, एव पाह ०900 0 प्ाट
धर 18. प्रा 989 एप. पा. उड्वाणा ताषधापहि2,
नीट्रर्०/0रंवा तर, उठ7व,
श: ऊाण्य पाठक (नव, वंफ्िट्दिह कद (82दीव, 19230.
ह1 8७. र8ितेघा४, (शिएऐ18, पी टिदज्रिट९ 0 हिप्राए पिन
818 चिंदेज्व (1623-1659). 0८ ००पशाधाप पाएवतेट,
जरा एलाधा') /.0.
भी नवितद्वि, 2. आर, . . औ,
धदींध,
818. 'पा€ 0ा'७0९०-पि0ाचक्ा। 1 0 एधा0ी1 हा 8. 1 (टन
धघा'ए 8.0.-पप एलाधिषए #.0.:
४. “'हडा]8 फटा. 5800९ 0 निंणापनऐ81]0-
टाव(९5, रिणा। आप (8डा॥), 1 एलाणिए 8.0. 01 4.0.
छाणारट८, ४. 5 छा.
#:. नैल्दाकच्णफुांप्रा उपाए ए. सवीद, धणा रह) एु उपुदिवण
कं. सिद्ीपीयुग,
9. जज, दिणाए 503 जाति 2 ऋप्राट पघफ, जा 2 ५33९],
1 ट्लाधधाए 8.0. ए' 2.0. ऊाच्श' ९ु0प886, मे, 3हु था, नॉ।ददट-
00ुर८घ तधडनदाा, दांव,
रह: नीदवल्भंकूावा ऊदापएट हि, 1
2... सदठद्पियडि, दे जे रायभा
८. 8५, 0 रोड .ै परिलाह, 1 एशाधाफए 8. ०. 0
&.0. एजाधफ 31806, प्र. 2 ी.. 83 ध,. (दादी चर व घडलधगा, -वताह,
#: (दा)! छा द# उपधठहता,
थै. उ8ए151ु४], एणधिफ्रांदा टाफष्षों चाची) 8नस््ते
छपतेवान. ॥ जा पा शाप 2.0. साध तवधडटादता,
₹: छह) का ध/ तवद्ाइदाता,
४142. 5पघाधएएछ्ठू _ 50छो100165.
ि0ाड,
2; निया, उॉाहाघा,
४14, #शाप5 ते तवक0ंटां, (कि वह, ि!शादर,
₹: नींव, उफशादा,
उ.दाशाधा . डहएा,
815. है. जिदघ््टीगंटा: 0. ऐपां096. प्रा! एशाध ४ /.0.
सवहइर्० दद्ह प्रहार, से०तार,
ह: नकदाएं, उफाहाड,
816. शा, अच्छ प्रिपांतु आएं नि०्डा, 00968 96-
पेज, ८. 600 #.0. न. 11 पी. 5 धरा; का, 6. ठ था. उपविटह
कक मी:
#) सवहाडाव, जार छा जद, नी. मैं. (००कवादाफबका),
है. ठ2
जिंक
15
28ठँ
सके
उन
ज्7
व
User Reviews
No Reviews | Add Yours...