उत्तर भारत का राजनीतिक इतिहास | Uttar Bharat Ka Rajaneetik Itihas
श्रेणी : इतिहास / History
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
85 MB
कुल पष्ठ :
696
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about विशुद्धानन्द पाठक - Vishuddhanand Pathak
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)( प१ ])
छुठा श्रघ्याय--कश्मीर के राजवंश पृष्ठ १घ८-र०४
ज्ञानस्लोत ; राजतरंगिणी काकाटवश; उत्पलबध; प्रथम लोहर-
वंश ग्रौर कश्मीर की श्रवनति का प्रारंभ; द्वितीय लोहरवंश |
सातपाँ ग्रध्याय --सिन्ध श्रौर मुल्तान : झ्रब सत्ता की स्थापना. पृष्ठ २०६-२१३
भोगोलिक स्थिति; अरब ब्राक्मण के पूर्व के हिन्दू शासक; अरब
भ्राकमण; पश्चिमी भारत के श्रन्य क्षेत्रों पर अ्रवों के श्रसफल
आक्रमण; ग्ररब अधिकार का स्वरूप और प्रभाव ।
ाठवाँ श्रध्याय--श्रफगानिस्तान श्रौर पंजाब का शाही राज्य... पृष्ठ २१४-२२७-
काबुल झौर जाबुल ; काबुल श्रौर पंजाब का हिन्दू शाही राज्य ।
नवाँ श्रध्याय--पाल राजवंश पृष्ठ एंरद-२७६
गोपाल; धर्मपाल; देवपाल; प्रथम विग्रहपाल-शूरपाल; नारायण-
पाल; राज्यपाल; द्वितीय गोपाल श्र द्वितीय विग्रहपाल; प्रयम
महीपाल; प्रथम महीपाल के कमजोर उत्तराधिकारी श्रौर पालों का
त्वरित क्लास; पालों का अन्त ।
दसवाँ अध्या प-“उड़ीसा के राजबंश पृष्ठ २७७-३े०२
पुष्ठभूमि; शैलोद्भव राजवंश; कर श्रथवा भौमवंश: भंजराज्य;
उत्कल के सोमवंशी; पूर्वी गंग; श्रन्य राजवंश ।
ग्यारहवाँ ्रध्याय--सेन राजवंश पृष्ठ ३० ३-३१४५
उत्पत्ति श्र प्रारम्भिक इतिहास; विजयसेन; वल्लालसेन; लक्ष्मण-
सेन; लक्ष्मणवेन के उत्तराधिकारी ।
बारहूवां अध्याय--कामरूप पृष्ठ ३१६-३४२
भौगोलिक स्थिति; भास्करवर्मा; म्लेच्छ सालस्तम्भ का वंश;
ब्रद्धापाल का वंश; पाल श्राक्रमण से बच्तियार खलजी के प्राक्मण
तक ।
तेरहवाँ श्रध्याय--गाहुडवाल राजवंश पृष्ठ ३४३े-३७१
उत्पत्ति ; प्रारभिक इतिहास; गाहडवाल राज्य का विस्तार; गोधविन्द-
चन्द्र; विजयचन्द्र; जयच्चन्द्र; शिह्ाबुद्दीन मुहम्मद गोरी का श्राक्र-
मण झ्रौर गाहडबाल राज्य का पतन । कि
चौदहवाँ प्रध्याय--जेजाकभक्ति के चन्देल पुृप्ठ ३७२-४२७
उत्पत्ति; चन्देल राज्य की स्थापना; चन्देल सत्ता के उत्कर्ष का
प्रारम्भ; हूंष : चन्देल सत्ता का विक्रास; यशोवर्मा; चन्देल सत्ता का
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