नाममाला | Naamamaala

लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
53
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)८ ऋ# घनअयनाममाला
प्रजाः ॥ ३६. ॥ उदवाहस्तनयः पोतो दारको नंद-
नोभेकः । स्तनन्थयोत्तानशायों स्रीस्वे दुहितरं विदुः
॥४०॥ वयस्याली सहचरी सप्रीची सबयाः सखी ।
अआली विवाजित मित्र सम्बन्धों मित्रुयुक सुहदत् ॥
४१॥ सहकृत्वा सहकारी सहायः संमवायिकः । स-
नाभिः सगोतों वन्घुः सोदयों वरजोध्चुजः ॥ ४२ ॥
कनीयानग्रजो ज्येष्ठो आ्रातृजानी स्वसाजुजा । भतेः
स्वसाननन्दा स्यान्माठुलानी प्रियाम्बिका ॥४३॥
वेयारातिरमित्रो परिद्धिट सपत्नो द्विषद्रिपुः । असेव्यो
दुजनः शत्रुदुष्टो द्ेषी खली$हितः ॥ ४४ ॥ दी-
के साथ भव लगा दनेसे देहमव आद और पुत्र सूनु अपत्य तुकू ताक
अआत्मज प्रजा ॥ देह ॥उद्धर, तनय पात दारक नदन अर्भक स्तनंघय
उत्तानशय ये सब पुत्रक नाम है यदि इन नामा के स््रीप्रसयका योग हो-
जाय तो देहभवा पुत्री इत्यादि और दुहित ये नाम पुत्री के हैं ॥ ४० ॥
बयस्था झ्ाली सचरी सघीची सबया: सखी ये नाम सग्वी(सहली) के है
आली के बिना सब सखी के नाम अर्यात वयस्प सहचर सधयञ्व
सवबयः साखि और मित्र सबब मित्रयुज़ मुह थे नाम मित्र ( दोस्त ) के
है ॥ ४१ ॥ सचकृवन सहकारन सहाय समवार्पक ये नाम सहायक
एमददगार के है सनाम सगोत्र बघु सादर्य य नाम भाई के है, अवरज
अनुज ॥ ४९ ॥ कनीयम य नाम छाटे भा के हे अग्रन ज्य्ठ दो नाम
बड़ भाई के है, ज्ञातुजानी स्रस ये नाम वदन के है अनुज यह नाम
छो्ट! बहन का है ननन्दा यह नाम अपन पॉतिकी बहन का अर्थात्
नेनद का हैं मातुलानी प्रियाम्बिका ये नाम मामी का है ॥ ४३ ॥ बे
रिनु अराति ऑमत्र आरि द्विप सपत्न द्विपतू रिपु अलेव्य दुर्जन शत्रु दुष्ट है -
फिनू खल अहिल वे नाम वेरी (दुश्मन) के हैं ॥४४॥ दोघाति भानु उश्न
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