हिन्दी - साहित्य और उसके निर्माता | Hindi - Sahity Aur Uske Nirmata
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
12 MB
कुल पष्ठ :
554
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about प॰ लक्ष्मी कान्त - P. Lakshmi Kant
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)(दे )
कृप्ण-मक्ति-शाखा-१४ २
श्री वल्लभाचाय ५७२, सरदास ५४९, सूरसागर १२०,
स्रसर-गीत १६४, भक्ति-भावना ४७०, काब्य-साघना १७२, चरित्र-
चित्रण 9७, साषा १७२, सूर शौर तुकसी ४७६, 'पप्टछाप १७७,
नन्ददास १७४, कृप्णदास १८१, परमानन्द दास १८२, कुम्भनदास
१८३, चतुभुज 1८४, छीतस्वामी ५८४, गोविन्द्सवामी १८,
अन्य कवि ५ ८६, दित हरिवंश १८६, गजाघर मटट १८७, सीराबाई
१८८, सक्ति-भावना १६०, काव्य-साघना 9२२, स्वासीदरिदास १९३,
सूरदास मदनमोहन 3४३, रसस्वान ४४४, व्यास जी २०१,
भू चदास र०३।
मक्ति-काल की फुटकल काव्य-घारा--२०४
केशवदास २०१, काब्य-साघना २०७, कृपाराम २१३, गंग
₹१ ४, रहीम जी २१५, काव्य-साघना २१५६, सेनापति २५८, नरोत्म
दास २२०, मद्दाराज टोडरमल् २२४, महाराज वीरथल ररछ ।
रीति-काल
( सं० १७००--१६०५०)
सामान्य परिचय २९७, राजसेतिक स्थिति २२ ३, सामाजिकऋ-स्थिति
२३१, धघार्मिक-स्यितिं २३२, साहित्यिक स्थिति २३४, उ्ट गारिकता
User Reviews
No Reviews | Add Yours...