तुलसी और उनका काव्य | Tulsi Our Unka Kavya

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Tulsi Our Unka Kavya by रामनरेश त्रिपाठी - Ramnaresh Tripathi

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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तुलसी और उनका जीवन & शोर लोगों को श्राक्ित करें, जिससे उनके मन की ककंबाता श्रौर उसके जीवन का कल्मप दूर हो श्रौर वे सुखी दें । इससे उन्होंने भक्ति पर श्रधिक . तन्मयता -दिखलाई । पर भक्ति का विवेचन उन्होंने कवि ही की हसियत से किया है 1 तुलसीदास एक रास के उपासक थे । उनके राम कौन थे ? 'में सेवक, सचराचर रूप-रासि भगवन्त' कहने वाले रास । शर्थात यह सचराचर जगत ही उनका राम था । उसी के लिए उन्होंने तपस्या की थी । उनकी तपस्या का एक प्रत्यक्ष फल “रामचरितमानस' है । संसार की भयानक विपत्तियाँ सहकर कवि तुलसीदास ने हमें श्रमूल्य पदार्थ *रामचरितमानस' के रूप में दान दिया हैं, उसकी तुलना संसार के क्रिसी दान से नहीं हो सकती । 'रामचरितमानस” एक कल्याणकारी ग्रस्थ है १ वह एक साँचा है, जिसमें जीवन को ढालकर उससे एक सुन्दर स्वरूप प्राप्त किया. जा सकता है।. इस ग्रन्थ-रत्त का श्रादर गरीब की शोंपड़ी से लेकर राजमहल तक है ! अ्रच्छे-प्रच्छे चिद्दादू भी इसका आनन्द लेते हैं श्र श्रपढ़ श्र भ्रक्षिक्षित भी इसे बड़े चाव से गाते श्र सुनते हैं । हट ५. ज्ञान-प्राप्ति के लिए समष्य नें वर्णासाला का निर्माण किया पर जो उसे नहीं जानते, वे ज्ञान से भी वंचित रह जाते हूँ । ज्ञान भर सनुष्य के बीच सें बहू एक दीवार है, जिसे लाँघे बिना न कोई वाल्सीकि, व्यास को जान सकता है, न कालिदास को श्रौर न शेखसादी या शेक्सपियर को । पर तुलसीदास में अक्षरों की उस दीवार को तोड़ दिया हू । झक्षर-ज्ञान से रहित श्रह्ीर, घोबी चमार, नाई, कहार श्रादि जातियों के लोग “मानस की चौपाइयाँ श्रपने जातीय गीतों में सिलाकर गाते भ्ौर नाचते हैं । श्रक्षरों पर इस तरह की विजय संसार सें ब्ञायद ही किसी कवि को प्राप्त हुई हो । से ग्रन्थ-रत्न की चर्चा के पहले उसके कर्ता कचि का जीवस-चरित जानने की लालसा उसके प्रेमी पाठकों में स्वसावत: उत्पन्न होती है। पर खेद है, कर्चि में झ्पने गौरव का गर्व था ही नहीं, इससे उसने श्रपने बारे में हमें कुछ नहीं ' बताया । झपने रास से विनय-प्रदयन करने सें प्रसंगवदा उसके -सुख से जो कुछ निकला है, उसीसे हम उसके जीवन-चरित का. कुछ श्रनुसान कर सकते हूं १ उसके सम्बन्ध की कुछ दन्त-कथाएँ भी सुख से .मुख में चली श्रा रही उनसें थी सचाई का बहुत-कुछ श्रंग है । हुमने उन सबको, जो उपलब्ध हो सकीं; एकत्र कर दिया है ।




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