कृषि भूमि उपयोग पोषण स्तर एवं मानव स्वास्थ्य | Krishi Bhumi Upayog Poshan Star Evm Manav Swasthy

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Krishi Bhumi Upayog Poshan Star Evm Manav Swasthy by कोतवाल सिंह भदौरिया - Kotaval Singh Bhadauriya

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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8. 9. कृषि भूमि उपयोग को अधिक लाभप्रद बनाने के लिए शोधकर्ता, के द्रष्टिकोण से निम्नलिखित कार्यक्रमों को प्रोत्साहित करना ही नहीं वास्तविकता का जामा पहनाना होगा - . मुदा सर्वेक्षण तथा म॒दा संरक्षण । . अधिकधिक कृषकों को खेती की नयी तकनीक का ज्ञान कयकर लाभान्वित कराना । . भूमिगत जल के वैज्ञानिक प्रयोग को बढावा देना । . जल संसाधन ' के दुरूपयोग को रोकना । - कृषकों को समुचित प्रशिक्षण प्रदान करना । . मोटे अनाजों के क्षेत्रफल में विस्तार करना । . दलहनी तथा तिलहनी फसलों का अधिक उत्पादन । मुदयादायिनी फसलों का परम्परागत फसलों के साथ समायोजन | नहरों की सुरक्षा एवं उनके उचित प्रबन्ध की व्यवस्था करना । 10. जैविक उर्वरकों के प्रयोग को प्रोत्साहन । || . पशुओं की नस्लों में सुधार । 12. पशुओं के चारे के लिए फसलों के उत्पादन को प्रोत्साहन । अध्ययन की आवश्यकता - भारत की. अर्थल्यवस्था की बुनियादी समस्या आर्थिक विकास की आवश्यकता है। आर्थिक विकास से अभिप्राय है सर्वजन को उनकी न्यूनतम आवश्यकताओं को पूरा करने के साधन उपलब्ध कराना । इस स्वप्न को मुर्तरूप देने के लिए आवश्यक है कि उपलब्ध संसाधनों का कुशलतम उपयोग किया जाये । भारत एक कृषि प्रधान देश है जहां पर जनसंख्या के एक बड़े _ भाग की आवश्यकताओं को पूरा करने का दायित्व भूमि संसाधन पर निर्भर है । जनसंख्या की उत्तरोत्तर वृद्धि के फलस्वरूप प्रति व्यक्ति भू क्षेत्र में निरंतर हास होता जा रहा है, दूसरी तरफ...




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