कवि विनोद ( हिंदी कवियों के अनूठे चुटकुले ) | Kavi Vinod ( Hindi Kaviyon Ke Anuthe Chutkule )
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
4.77 MB
कुल पष्ठ :
153
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about विशम्भर नाथ खत्री - Vishambhar Nath Khatri
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)आर्थात् हिन्दी ककियोंके अचूठे चुटकु्ते १--चन्द झोर एथ्वीराज । चन्द् हिन्दी-भाषाकि आदि कवि माने जाते हैं ये सबदा सारतवचंके अन्तिम सम्नाट चोद्दान-कुछ-संभूत पृथ्वीराजद साथ रहा करते थे । दिलोश्वर पृथ्वीराजके जीवचनमरकी कहानियों का वर्णन इन्होंने अपने बनाये प्रथ्वीराज-रासरो में किया है । शहाबु- टीन मुदस्मद गोरीने संचत् १२५० में धानेशवरकी ठड़ाईमें प्रथ्वी- राजकों पकड़ लिया और उनकी दोनों आंखें फोड़कर केद कर छिया उसी समय उनके परमप्रिय सामस्त करवियर लन्दवर- दाईकों भी कारायूहें भेज दिया | कहते हैं कि पृथ्वीराज शब्दभेदी बाण चलाना जानते थे | पक दिन शहाबुद्दीनका साई रयाखुद्दीन ज्योंदी उनके सामने आया त्योंद्दी चन्दूने पृथ्वोराजको सम्बोधन कर
User Reviews
No Reviews | Add Yours...