जैनधर्म | Jaindharm

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Jaindharm by श्री सम्पूर्णानन्द - Shree Sampurnanada

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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विषय-सुची १, इतिहास १-६४ |. किंग चक्रवर्ती खाखेल.. ३६ १. आरम्भ काल श शक सदा ड पर श्रीऋषभदेव जैनघर्मके च क .... अ प्रथम तोथंखूर ट राजपूतानेें जेनधर्म '४र भागवतमें ऋषभदेवका साया का जी मल दी उत्तरप्रदेशमें जेनघम | 'डी ऐतिहासिक अभिलेख थ [. दक्षिण भारतमें जेनघम ४६ गग-वदा श्र २. श्रीऋषभ देव ११ |. होय्सल वंश ध्् ३, जैन धमंके अन्य राष्ट्रकूट वंश ४६ प्रवतक १५ |. कदम्ब वंश ७ भगवान नेमिनाथ १६ चालुक्य वंश श्८ भगवान पाश्व॑नाथ १७ कालाचुरि राज्यमें जैनघम ६१ भगवान महावीर १८ |... विजयनगर राज्यमें,,.... ६३] ४. भगवान महावीरके २, सिद्धान्त ६५-१५५ परचात्‌ २४ | १, जैनधम क्या है? ६५ [ बिहार में जैनघर्म २७ | २. अनेकान्तवाद ७9० राजा चेटक २७ |. स्याद्दाद ७४ राजा श्र णिक २८ |. सप्तभंगी ७५६ अगातशत ३० | हे. द्रव्य व्यवस्था ७९. मल्वनर ३१ । ४. जीव द्रव्य ८४ मोर्य सम्राट चन्द्रगुप्त ३१ | ५. अजीव द्रव्य ९ ; '... अशोक ३४ |. पुदगल द्रव्य. ह्् '... सम्प्रति २४५ धघर्म-अधर्म द्रव्य १०० [ उड़ीसामें जैनघर्म ३६ ।.. भांकाध द्रव्य १०२




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