हिन्दी विश्वकोष भाग - 14 | Hindi Vishvakosh Bhag - 14

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Book Image : हिन्दी विश्वकोष भाग - 14  - Hindi Vishvakosh Bhag - 14

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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पुराण ( स्कन्द / मदेश्वर याश्यद्कय गीये गणेशमिय च ॥ ततों घास्तुपदास्यान अज्ञागदकथानकम्‌ प्रिप्राघदेश्यरास्यान गाणपत्यवर्य तत ॥ ज्ञापालिचर्त चैच चारकेशकथा तत । गालेययय न्घकारयान कुएडमाप्सरस तथा ॥ पुप्यादित्य सेहिताश्व नगरोत्पत्तिरीत्त नम | भागत चरित सीय वेश्वामित्र तत परम ॥ सारम्वत पे यलाद के सारीशथ पैण्डिकम्‌। ग्रह्मणो यशचरितत साविददग्यानस युनन ॥ पल मत यशाप्प मुस्यतीथनिसेक्षणन्‌ | कौर्य दाय्केशाय प्रभास कषेवकवयत्‌ ॥ पीर नैमिप घार्ममरण्यत्रितियस्ट्तमू 1 याराणसीद्ार्रास्पावस्ट्यारयेति पुरीलयन ॥ युन्दावय राणएदयारयमद् कार्य बनलयप्‌ । कल्प शालस्नघा नत्दी ग्रामत्रपमजुत्तमम्‌ ॥ असिशुक्ा पिद्स क्ञ. तोयवयमुदादतमू । खड़े दो. रैयपतर्पेय पयतलयसुत्तममू ॥ नतीना ल्ितय गद्ठा नमंदा थे सरस्वनी । साद्ध धोटिययफलमेरेय थे यु कीरलितम ॥ कृपिफा शहतोयश्ामरव चाठउमएडसमू । हारकेणसेतफरप्रद प्रोक चनुश्यम्‌ ॥ शाम्यादित्य श्राइकर्प यीधिए्रमधा परम । ज्ञलशायि-चतुमासमदन्यशयनवतम ॥ मड्ूणेण शियराबिस्तुलापुयपदानकम्‌ । चृध्यीदान यापकेणश फ्रपारमीचनेरयरम 0 पापपिएडद साप्तरेंग युगमानादिकीत नम । लिस्येण शोकस्सर्पागिया सद्रेसादशकोत नम ॥ सानमादात्म्पस्थन डालशादित्यफीत्त नम । इत्येप नागर सर भ्रमासाग्यो£धुनोच्यते ॥ 15प) सोमेशो यवं थ्रिएेगोइज स्थल पुष्यदो महंत । सिद्धेश्वराद्फारपान प्रथगत प्रमे्तितमू ॥ अग्पिगीये बसें केदादेश गतिधरम्‌ ! भाममैरयचगडीण भाम्कराट्ारकेस्यण 1 उवेच्यमशुमीरस्टु शिस्मीशा दर्रपिम्रहा । मिद्श्वणाया प्धान्य गद्रास्तव सयस्थितां | थरागोदा पयापारा मदर सश्तिस्थरों। सदमीों वाइयेगरण गेंग कामे यररतधा ॥ सीरोणयरणास्पलुगेशल से दरमू । दुमारेणल शाकन्य नपुलोतडूसीतमम्‌ 1 मुन्यध्वेश चवतोस सचिदस्याहय नंधा 1 भूनेशादीनि रिया झादिपारायणाइयस्‌ | लवाचरपसार्यान घाम्यारिस्यफयानवम्‌ * बचा परटकशोधिन्पा मटिप्तार्तत परम 0 / कता 19 अ रह कपारीश्वस्कोटीश-चालब्रह्ाइसत्व था । नरकेशसम्व््ते श निधीध्वरक्था तत' ॥. वबलमदभ्वरस्याथ (१) गड्ठाया गणपस्प थे । जञाम्वयत्यास्यसस्ति पाण्डुड्पस्य सत्कथा ॥ शतमेघरशमेघको दिमेयक्रधा तत 1! दुर्घसा कयदुम्थानहिरण्यस गंमोत्क्था ॥ नगराकस्प शप्णस्य सटटूप णसमुद्रयो | छुमार्या झेरपाउस्प ब्रह्म शस्य पथा प्रथक | पिट्टला सड्मेशस्य्र गदर रुघटेगायी _ । ऋषितीधस1 नन्दा कतितकूपस्य वीत्त नम ॥ झशोपानर्प पर्णाफन्य कुमन्यों कथाटमुना । चराहम्बामिवुत्तान्त छायालिड्राग्यगुल्फयों ॥ कथा कनकननाया दुन्तीगड्ड शयोस्तथा | चममोींद्ध दविदुरविलोक्शक्था तत ॥ म केश पुरेगपण्डतोथस्था तथा । सुयप्रायोबीश्षड्पोरमानाधकथा तथा ॥ भूदाररुरस्थलयो रचपयना केंशयोस्तथा । अजापालेशचालाककुचेरस्थलज्ञां कथा ॥ पितोया कथा पुण्या स गालेश्वरकीत्त नम | नारदादित्यक्थन नारायणनिरुपणन्‌ ॥ तप्तकुगडस्प मादात्म्य मुल्यरडीशयणनम्‌ | चतुयक्वगणाध्यश्षफ्लम्पेडवरयों कथा ॥ योपालम्वामिवकु रस्वामीनोमयती कथा । छेप्रारु,न्तविध्नेशनलरस्वासिकथा तत ॥ काठउमेघस्य यविमण्या उपशीश्यर्मट्रयी । शट्टापत्त मो सतीथंगी प्पदाच्युतसघनाम ॥ सारश्यरस्य हवारकूप्चरडीगयों बचा | आाशापुर्स्तविष्नेशकनाकुरडक घाटमुना ब् कपिलेशसा च फथा जरदवशियसय ये । नरफसंटिस्वरपादटिवेश्यरजा कथा ॥ नाय्देशमन्वभूतीदुगाटगणेशजा । सुपर्गेलारप, मैर्योर्मलनीयमया कथा ॥ फकीतन करमालसा शुभसोमेप्रपरसा थे । वहुम्य गे कर्टठ घा-फोरीशररफ्या तते ॥ मा रण्डेेयर-श्ोटीश दामीपथुद्दोत्वया ३ स्वणरेगगा य्रप्रकुर्ड युन्तीमीमेश्यरी तथा ॥ सगीवुग्टश सरम्य होगे यरयापये स्सूतम्‌ । दुर्ग पिस्वेश गद्ठें शा रवाना बधाटमुना ॥ सतोइप हे शुब्रक्ा अचेरेश्यरकी लिन । नागतीथसप च कथा घशिष्राधमयरणनमू ॥ भटक गम मादान्म्य विनेवसा तत परमू । घेटारसा य मादातम्य तीशागमनवीस्ननमू 01 कोटोश्यररूपतीथडपीकेशाकथा लत 1




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