हिन्दी विश्वकोष भाग - 14 | Hindi Vishvakosh Bhag - 14
श्रेणी : धार्मिक / Religious
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
41 MB
कुल पष्ठ :
754
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)पुराण ( स्कन्द /
मदेश्वर याश्यद्कय गीये गणेशमिय च ॥
ततों घास्तुपदास्यान अज्ञागदकथानकम्
प्रिप्राघदेश्यरास्यान गाणपत्यवर्य तत ॥
ज्ञापालिचर्त चैच चारकेशकथा तत ।
गालेययय न्घकारयान कुएडमाप्सरस तथा ॥
पुप्यादित्य सेहिताश्व नगरोत्पत्तिरीत्त नम |
भागत चरित सीय वेश्वामित्र तत परम ॥
सारम्वत पे यलाद के सारीशथ पैण्डिकम्।
ग्रह्मणो यशचरितत साविददग्यानस युनन ॥
पल मत यशाप्प मुस्यतीथनिसेक्षणन् |
कौर्य दाय्केशाय प्रभास कषेवकवयत् ॥
पीर नैमिप घार्ममरण्यत्रितियस्ट्तमू 1
याराणसीद्ार्रास्पावस्ट्यारयेति पुरीलयन ॥
युन्दावय राणएदयारयमद् कार्य बनलयप् ।
कल्प शालस्नघा नत्दी ग्रामत्रपमजुत्तमम् ॥
असिशुक्ा पिद्स क्ञ. तोयवयमुदादतमू ।
खड़े दो. रैयपतर्पेय पयतलयसुत्तममू ॥
नतीना ल्ितय गद्ठा नमंदा थे सरस्वनी ।
साद्ध धोटिययफलमेरेय थे यु कीरलितम ॥
कृपिफा शहतोयश्ामरव चाठउमएडसमू ।
हारकेणसेतफरप्रद प्रोक चनुश्यम् ॥
शाम्यादित्य श्राइकर्प यीधिए्रमधा परम ।
ज्ञलशायि-चतुमासमदन्यशयनवतम ॥
मड्ूणेण शियराबिस्तुलापुयपदानकम् ।
चृध्यीदान यापकेणश फ्रपारमीचनेरयरम 0
पापपिएडद साप्तरेंग युगमानादिकीत नम ।
लिस्येण शोकस्सर्पागिया सद्रेसादशकोत नम ॥
सानमादात्म्पस्थन डालशादित्यफीत्त नम ।
इत्येप नागर सर भ्रमासाग्यो£धुनोच्यते ॥
15प) सोमेशो यवं थ्रिएेगोइज स्थल पुष्यदो महंत ।
सिद्धेश्वराद्फारपान प्रथगत प्रमे्तितमू ॥
अग्पिगीये बसें केदादेश गतिधरम् !
भाममैरयचगडीण भाम्कराट्ारकेस्यण 1
उवेच्यमशुमीरस्टु शिस्मीशा दर्रपिम्रहा ।
मिद्श्वणाया प्धान्य गद्रास्तव सयस्थितां |
थरागोदा पयापारा मदर सश्तिस्थरों।
सदमीों वाइयेगरण गेंग कामे यररतधा ॥
सीरोणयरणास्पलुगेशल से दरमू ।
दुमारेणल शाकन्य नपुलोतडूसीतमम् 1
मुन्यध्वेश चवतोस सचिदस्याहय नंधा 1
भूनेशादीनि रिया झादिपारायणाइयस् |
लवाचरपसार्यान घाम्यारिस्यफयानवम् *
बचा परटकशोधिन्पा मटिप्तार्तत परम 0 /
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कपारीश्वस्कोटीश-चालब्रह्ाइसत्व था ।
नरकेशसम्व््ते श निधीध्वरक्था तत' ॥.
वबलमदभ्वरस्याथ (१) गड्ठाया गणपस्प थे ।
जञाम्वयत्यास्यसस्ति पाण्डुड्पस्य सत्कथा ॥
शतमेघरशमेघको दिमेयक्रधा तत 1!
दुर्घसा कयदुम्थानहिरण्यस गंमोत्क्था ॥
नगराकस्प शप्णस्य सटटूप णसमुद्रयो |
छुमार्या झेरपाउस्प ब्रह्म शस्य पथा प्रथक |
पिट्टला सड्मेशस्य्र गदर रुघटेगायी _ ।
ऋषितीधस1 नन्दा कतितकूपस्य वीत्त नम ॥
झशोपानर्प पर्णाफन्य कुमन्यों कथाटमुना ।
चराहम्बामिवुत्तान्त छायालिड्राग्यगुल्फयों ॥
कथा कनकननाया दुन्तीगड्ड शयोस्तथा |
चममोींद्ध दविदुरविलोक्शक्था तत ॥
म केश पुरेगपण्डतोथस्था तथा ।
सुयप्रायोबीश्षड्पोरमानाधकथा तथा ॥
भूदाररुरस्थलयो रचपयना केंशयोस्तथा ।
अजापालेशचालाककुचेरस्थलज्ञां कथा ॥
पितोया कथा पुण्या स गालेश्वरकीत्त नम |
नारदादित्यक्थन नारायणनिरुपणन् ॥
तप्तकुगडस्प मादात्म्य मुल्यरडीशयणनम् |
चतुयक्वगणाध्यश्षफ्लम्पेडवरयों कथा ॥
योपालम्वामिवकु रस्वामीनोमयती कथा ।
छेप्रारु,न्तविध्नेशनलरस्वासिकथा तत ॥
काठउमेघस्य यविमण्या उपशीश्यर्मट्रयी ।
शट्टापत्त मो सतीथंगी प्पदाच्युतसघनाम ॥
सारश्यरस्य हवारकूप्चरडीगयों बचा |
आाशापुर्स्तविष्नेशकनाकुरडक घाटमुना ब्
कपिलेशसा च फथा जरदवशियसय ये ।
नरफसंटिस्वरपादटिवेश्यरजा कथा ॥
नाय्देशमन्वभूतीदुगाटगणेशजा ।
सुपर्गेलारप, मैर्योर्मलनीयमया कथा ॥
फकीतन करमालसा शुभसोमेप्रपरसा थे ।
वहुम्य गे कर्टठ घा-फोरीशररफ्या तते ॥
मा रण्डेेयर-श्ोटीश दामीपथुद्दोत्वया ३
स्वणरेगगा य्रप्रकुर्ड युन्तीमीमेश्यरी तथा ॥
सगीवुग्टश सरम्य होगे यरयापये स्सूतम् ।
दुर्ग पिस्वेश गद्ठें शा रवाना बधाटमुना ॥
सतोइप हे शुब्रक्ा अचेरेश्यरकी लिन ।
नागतीथसप च कथा घशिष्राधमयरणनमू ॥
भटक गम मादान्म्य विनेवसा तत परमू ।
घेटारसा य मादातम्य तीशागमनवीस्ननमू 01
कोटोश्यररूपतीथडपीकेशाकथा लत 1
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