आत्मतंत्र दर्शन | Aatma-Tantra Darshan

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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अत्म-तत्र दशन ....... से प्रमाणभूत ज्ञान किस प्रकार प्राप्त किया जाय ? हमारे पास... _..... एक ऐसी कसौटी अथवा ज्ञान प्राप्त करने की विश्वसनीय विधि... _..... (स्क0त ) होने की आवश्यकता है कि जिससे हम धार्मिक ....... छंधश्रद्धा की दलदल में न फिसलते हुए सत्यज्ञान को प्राप्त. कर सके | पा गन सबसे पहिले बेकन (फ्रांसिस) ने अपने “७४ 078#ए00९ सें प्रकृति-विषयक ज्ञान को व्यवस्थित करने के लिये वैज्ञानिक... पद्धति की रूपरेखा निधारित की । बेकन ने बतलाया कि हम रोज- मरा के अवलोकन द्वारा प्रकृति का यथाथ ज्ञान प्राप्त नहीं कर... . सकते । क्योंकि हमारे साधारण अवलोकन में अनेक प्रकार के _ पू्वं्रह और रालतफहमियाँ होने के कारण अयथाथता आ जाती... ......है। इन पू्वे्रहों और ग़लतफहइमियों से, जिन्हें बेकन 1त015 कहता है, हमें स्वेप्रथम अपने ज्ञान को मुक्त करना चाहिये। ...... त्तत्पश्यात्‌ बेकन हमें अबलोकन-विधि ( प०८४:06 0 1पतेघट- _..... ह08 ) का परिज्ञान कराता है । इस विधि के अलचुसार हम छापने यथाथें अवलोकनों से ऐसी व्याप्तियों को श्राप्त करते हैं... ...... जिनके द्वारा हम बाह्य जगत्‌ के वस्तुवृत्तों ( एर४०६5 ) की व्यवस्थित... . बुद्धि को अत्यधिक सहायता पहुँची । इसके द्वारा वैज्ञानिक धीरे- धीरे प्रकृति के रहस्य उद्घाटन करने लगे मर गा _ रूप से व्याख्या कर सकें । बेकन की इस झवलोकन-विधि से...




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