भारतीय शिक्षा की समस्याएँ | bhartiya Shiksha Ki Samsyaen

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
bhartiya Shiksha Ki Samsyaen  by रतनलाल शर्मा - Ratanlal Sharma

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about रतनलाल शर्मा - Ratanlal Sharma

Add Infomation AboutRatanlal Sharma

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
(( सर] ) हक पश्योर्य दंड से कारन काल दि केसर उन बस, सामाजिक _मावनाओं का विकास, है नन ध02-+द्वन + + मर मय पों पा प्रसार, शिक्षा की विशेषताएं “424, तकें बौर . कि पार | साधना का प्रतीक, सर्वांग विकास, मुश्कूल, प्रणाली, शिष्य न गला रह गा, स्थरी शिदा, शिक्षा के विभिन्न क॥ न एव रे कई पक देन चरण 421 प्रारयिक दिव् परम शिसा शिक्षा लग कक्क का + शा 21, तक्षथिला, मासन्दा वि ० हर 4 1८ न विश्वविधालय, नदिया. विश्वविद्यालय, प्रत्थ-सूचो' ् विश्वविद्यालय प्रशत-4 33 धाईस... ..” इज्लेएड भमेरिका घोर रूस में शिक्षा बबब5व इकात्वपण्त व छिड़ॉनिएरें, जेकाहा 108, हरिप्रवड8 इगलैग्ड में शिक्षा-436 प्रायदिक शिक्षा का ऐतिहासिक विकास-431, सर डेम्स प्राइम दिल, म्यू कास्टिल आयोग (1861), फोसेंटर अधिनियम (1870), श्रास कमीशन (1888), शिक्षा अधिनियम (1905), फिशर अधिनियम (1918), हैंडो बायोग (1926), स्पेन्स प्रतिवेदन (1938), शिक्षां अधिनियम (1944), श्राथयमिक शिक्षा के उददेइय- 439, साब्यपलिक दिया का ऐतिहसिक विकास-$39, ब्राइस आयोग (1894-95), माम्यमिक शिक्षा और मजदूरी दलीयं सरकार (1924), हैंढी प्रतिवेदन (1926), नारवुड आयोग (1943), शिक्षा अधिनियम (1944), माध्यमिक शिक्षा को घतंमान स्पिति-441, उदच शिक्षा-442, अप्रिय शिक्षा का ऐठिहासिक पर्यावलोकन, विश्वविद्यालयों का र्वरुप, झमेरिका में फिलना-445 ज्ापणिक शिक्षा-६43,




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now