संक्षिप्त जैन इतिहास भाग 3 | Sanshipt Jain Itihas Bhag-3 2464
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
4.15 MB
कुल पष्ठ :
196
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)उँ० नम सिद्धेभ्प । संश्चिप्त जैन इतिहास / भाग ३ खण्ड २ तत - घर त्ति दक्षिण भारतक जेनघभका इतिहास । जिनेन्द्र भगवान् द्वूरा प्रतिपादित घर्म्म कोक्में नामसे प्रसिद्ध है और उस मतक माननेवालॉको लोग जेनी कहते हैं। यह ठीक है परम्तु इसके भतिरिक्ते यह मनुमान करना कि जेनघर्म्मका भभ्युदय करीब दो ट ई हजार वर्ष पहले भ० महार्व र बद्धमान द्वारा हुआ था बिल्कुल ग़लत है । जेनघग्मे एक प्राचीन
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