महमति प्राणनाथ कृत कुलजम स्वरूप और इस्लाम धर्म | Mahamati Prannath Krata Kulajam Swaroop Aur Islam Dharm
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
19 MB
कुल पष्ठ :
218
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)( १४ )
कुरान शरीफ के अन्तर्गत इस्लाम घर्मं कौ सभी प्रमुख विशेषताएं सुस्पष्ट
हैं और समस्त मानव जाति को एक सूत्र में बाँध लेने की पूर्ण क्षमता भी है ।
कुरान शरीफ का गहन अवलोकन कर लेने के पश्चात् महामति प्राणनाथ से
मौरंगजेब प्रभावित भी हुआ । परन्तु तत्कालीन काज़ी-सुल्ला तथा चाटुकार
पदाधिकारियों ने तब महामति प्राणनाथ से साक्षात्कार करने से रोक दिया)
विक्षित होकर महामति प्राणनाथ ने एक दूसरी योजना बनाई मौर वेद-कतेव
का तुलनात्मक अध्ययन करते हुए “कुलजम स्वरूप” की रचना करने में
लीन हो गये ।
कबीर ग्रन्थावली; गुरु ग्रन्थ साहिब तथा बन्य साहित्यिक ग्रंथों की अपेक्षा
महामति प्राणनाथ कृत कुलजम स्वरूप मे काग्य-तत्त्त अधिक मूखरित
हुए हैं ।
इस महाग्र॑थ के अन्तगंत “सनन्धः, “खुलासा एवं कयामतनामा' जसे
उपग्रंय में वेद और कतेब के मामिक एवं सारगशित काव्य तत्त्व-विद्यमान हैं ।
हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई तथा संसार के सभी मानव-जाति के लिए
कुलजम-स्वरूप मार्ग प्रशस्त करता है और वसुधेव कुटुम्बकमु की भावना को
साकार करता है ।
प्रणामी सम्प्रदाय तथा प्राणनाथ मिशन दवारा अनेकं विद्धान् महामति
प्राणनाथ प्र अनेक प्रकार के रचनात्मक एवं शोध काये कर रहे हैं ।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय द्वारा स्वीकृत शोध विषय (महामति प्राणनाथ
कृत कुलजम स्वरूप और इस्लाम धमं) अत्यन्त नवीन है। डॉ० माताबदल
जायसवाल के निर्देशन में प्रस्तुत शोध-प्रबन्ध अमन; शान्ति तथा घार्मिक
एकता के मागं में एक नई उपलब्धि है। यदि साहित्य के मर्मज्ञ एवं विद्वान्
पाठक हमारे इस प्रयास से सन्तुष्ट होगे तो हम अपना परिश्रम साथेंक
समभे ।
शोधघःप्रबन्ध की सामग्री दस अध्यायो मे विभक्त हैजो भग्रलिखित
है--
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