पंचायती राज एवं ग्रामीण आर्थिक विकास | Panchayati Raj Evm Gramin Arthik Vikas
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
224 MB
कुल पष्ठ :
381
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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ओर विकास प्रशासन ने एक. सम्मानजनक स्थिति प्राप्त. कर
ली है और वह इस दिशा में निरन्तर आगे बढ़ रहा है।
प्रशासन के द्वारा जन-सम्पर्क को
महत्व दिया जा रहा है
और जन-सहयोग की प्राप्ति के लिये प्रयास किये जा ष्टे
है । विकास की निरन्तर नवीन योजनाओं को लागू कयि जा है
रहा है।
विकास ओर जन-सहभागिता का आपस में
सम्बन्ध डै। सामुदायिक विकास कार्यक्रम और पंचायती राज
के द्वारा जन-सहभागिता प्राप्त करने के प्रयास हो रहे हैं,
भले. दी जन-सहभागिता अपेक्षित स्तर पर नहीं. पहुंच च संकी
है। देश में क्षेत्रीय विकास के असंतुलन को दूर करने के त
लिये क्षेत्रीय विकास परिषदो की स्थापना की दै । भारत मै. ॑ ह) न
अनेक प्रकार की विद्युत उत्पादन. योजनाएं, सिंचाई की
योजनाएं, नदी घाटी व नहर थि परियोजनायें, सङके, शिक्षा,
स्वास्थ्य, पीने का पानी, देहातों में गृड-निर्माण, मण्डि्यौँ,
लघु उद्योग आदि के क्षेत्रों में विकास कार्यक्रम लागू. किये
कक
क
गये है। जन सामान्य को इस बात का अहसास कराया जा |
रहा है, प्रशासन आपका दै, योजनाएं एवं कार्यक्रम
आपके हैं और इनका लाभ आप सभी तक पहुंचाने
हम प्रयत्नशील । जनसम्पर्क
बताकर, वस्तुतः जन सहभागिता प्राप्त करने का
श मेँ ग्रामीण विकास को विशेष महत्व दिया. व
ओर इसलिये हमारे विकास कार्यक्रमों में ग्रामीण
गयी है। ;
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