पंचायती राज एवं ग्रामीण आर्थिक विकास | Panchayati Raj Evm Gramin Arthik Vikas

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Panchayati Raj Evm Gramin Arthik Vikas by डी॰ सी॰ अग्रवाल - D. C. Arrawal

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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2 ओर विकास प्रशासन ने एक. सम्मानजनक स्थिति प्राप्त. कर ली है और वह इस दिशा में निरन्तर आगे बढ़ रहा है। प्रशासन के द्वारा जन-सम्पर्क को महत्व दिया जा रहा है और जन-सहयोग की प्राप्ति के लिये प्रयास किये जा ष्टे है । विकास की निरन्तर नवीन योजनाओं को लागू कयि जा है रहा है। विकास ओर जन-सहभागिता का आपस में सम्बन्ध डै। सामुदायिक विकास कार्यक्रम और पंचायती राज के द्वारा जन-सहभागिता प्राप्त करने के प्रयास हो रहे हैं, भले. दी जन-सहभागिता अपेक्षित स्तर पर नहीं. पहुंच च संकी है। देश में क्षेत्रीय विकास के असंतुलन को दूर करने के त लिये क्षेत्रीय विकास परिषदो की स्थापना की दै । भारत मै. ॑ ह) न अनेक प्रकार की विद्युत उत्पादन. योजनाएं, सिंचाई की योजनाएं, नदी घाटी व नहर थि परियोजनायें, सङके, शिक्षा, स्वास्थ्य, पीने का पानी, देहातों में गृड-निर्माण, मण्डि्यौँ, लघु उद्योग आदि के क्षेत्रों में विकास कार्यक्रम लागू. किये कक क गये है। जन सामान्य को इस बात का अहसास कराया जा | रहा है, प्रशासन आपका दै, योजनाएं एवं कार्यक्रम आपके हैं और इनका लाभ आप सभी तक पहुंचाने हम प्रयत्नशील । जनसम्पर्क बताकर, वस्तुतः जन सहभागिता प्राप्त करने का श मेँ ग्रामीण विकास को विशेष महत्व दिया. व ओर इसलिये हमारे विकास कार्यक्रमों में ग्रामीण गयी है। ;




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