1238 वृक्ष - विज्ञान 1936 | 1238 Varksh-vigyan 1936
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
9.15 MB
कुल पष्ठ :
362
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)उपयोग पू्ठांक
नामवात, रक्तातिस्ार, उपदृंश और रफ़कुष्ट पर १
भामवात थौर अंडवृद्धि पर ३०८
आँख की फूडी पर १९, ७६, र४दे, है ०३
भॉक्षों ले लऊ बढ़ने पर ९१९, १३, ३९
नॉद्र दुखने और उसकी गर्मी शान्त करने'के छिये.. '३९, ७३, ३०७
भाँव पर
चे०्प्ट
भाँव संग्रइणी पर शण४
भाँखों से जठन होने अथवा घुधका दोखने पर १०६
गाँव भर अतिसार पर ११७
आफ के विष पर शेर
आँखों की मझि शान्त करने के दिये ३६
जाँलों के भागे शॉघेरा दोने पर १5६
[ड.
उदावते रोग पर १०७, २६८
उष्णत्ता ले उत्पन्न हुए रोगों पर प्र
उल्टी और भरकप्ितत पर द्९
उयस्तंभ पर ग१०
छपदंध के घावों पर श्र
छपदंश घ्रण पर छ्द्
उपदुंदा यानी गरमी के फोड़ों पर ४, १०४, १३४, २१८
उरु से संचय हुआ रक्त शुद्ध करने के' छिपे ष्ड
उदक मेह पर १४९, दे०७
उष्ण ब्वर पर शेढट्े
स्वेरस घर धवास पर
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