स्वतंत्रता आन्दोलन में लाल बहादुर शाश्त्री का योगदान | Swatantrata Andolan Mai Lal Bahadur Shastri Ka Yogdan
श्रेणी : हिंदी / Hindi
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
53.98 MB
कुल पष्ठ :
259
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)ओढ़ा दिया। इसके बाद उसने दूध निकाला और कपडा दूध में भिगोकर उस
बच्चे को बूँद-बूँद दूध पिलाने का प्रयास किया। बच्चे ने उस कपड़े को चूसते
हुए दूध पिया और चिललाना बंद कर दिया। इसी समय वह नाव अपने स्थान
से यात्रियों की तलाश में आगे बढ़ गई।
' निश्चित ही शारदा प्रसाद को बच्चा ढूंढने में कठिनाई आने लगी।
लगभग एक घंटा बीत गया, बच्चे का पता नहीं लग पाया। कुछ और यात्रियों
ने सहयोग कर बच्चे को ढूँढ़ने का प्रयास किया, 'लेकिन. असफलता हाथ लगी।
शारदा ने पुलिस को बच्चे के गुम हो जाने की रिपोर्ट की । और एक
बार फिर चक्कर लगाया कि घाट पर कहीं उनका बालक मिल जाय। अचानक
शारदा प्रसाद की निगाह एक टोकरी में रखे बच्चे पर पड़ी। पास जाने पर पता
चल गया कि 'यह उनका बालक नन्हें है। शारदा प्रसाद के बच्चे के पास ना
में पहुंचे किन्तु ग्वाले ने बच्चे को सीने से लगाकर देने से इन्कार कर दिया।
स्पष्ट है कि जब एक बच्चे के दो दावेदार आमने सामने खडे हो गये तो विवाद .
होना स्वाभाविक है। अतः ग्वाला और शारदा प्रसाद में बहस हो गई। ग्वाला
उस बच्चे को ईश्वरीय देन अपना बच्चा मान रहा था। आस-पास भीड
जमा हो गयी। मामला तूल पकड़ने लगा। इतने में पुलिस वहाँ आ पहँची।
_ पुलिस ने हस्तक्षेप किया और बच्चे को पहचानने के लिए रामदुलारी देवी को
बुलाया। बालक नन्हें को देखकर रामदुलारी देवी ने आगे बढ़कर ले लिया और
गोद में चिपटा लिया। वीरेन्द्र मोहन रतूड़ी लिखते हैं कि ''पुलिस की मदद से
उन्हें अपना 'नन्हा' मिल सका। उस समय कौन जानता था कि यही 'ननहा'
एक दिन भारत का प्रधानमंत्री बनेगा। '”* नवदम्पत्ति को जब बच्चा प्राप्त हो गया
तो उन्होंने ईश्वर हो हृदय से धन्यवाद दिया।
दूसरी ओर ग्वाले को अपराधी मानकर भीड़ उस पर टूट पड़ी, लेकिन
शारदा प्रसाद ने इस घटना को समाप्त करने को कहा। अब ग्वाला शारदा प्रसाद
.... से प्रार्थना करने लगा कि तुम्हारे बच्चे की सुरक्षा के कारण मेरा कपड़ा खराब . कक हर
User Reviews
No Reviews | Add Yours...