शाही दृश्य [भाग-1] | Shahi Drashya [Bhag-1]   

Shahi Drashya [Bhag-1]    by मक्खनलाल गुप्त - Makkhanlal Gupta

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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शाही दृश्य पहला माग (१) मुग्रलो का पतन सग्रल बादशादत नप्द्न्टी जमाने में हिंदुस्तान के निश्चलिखित सूबे कहलाते थे-- सरहिंद, राजपूताना, गुजरात, मालवा, वियाना; अवध, कटहर ( जिसको पीछे रूहेलखंड कहने लगे ) श्रौर श्रन्त्वेद, अर्थात्‌ दुआाव 1 दक्षिण, पंजाब श्रौर काबुल को इनमें इसलिये नहीं गिंना यया कि वे सवदा ओर सामान्यतया राज्य मे सम्मिलित नद्ध रहे। . दक्षिण में ओरंगज़ेव के शासन के अंत के. लगमम खाधौन मुसलमान सियासत वनो रहीं । काध्ुल कमी ईरानियो : के हाथ में झा जाता था, कभी निकल जाता था; दौर लाहौर से परे का पंजाब तो एक परकार से युद्ध-स्थल सा ही बना इरा था; जह अफगान श्र सिख सदैव वादशाहत के विरुद्ध तथा परस्पर लड़ा करते थे।. .. ः




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