गुलबहार | Gulbahar
श्रेणी : संदर्भ पुस्तक / Reference book
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लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3 MB
कुल पष्ठ :
88
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)-ुख्वहार. _ .. १७:
रे षद् खश्च होवें रमी वो लाली तेरी .
ठुआबमें है ॥ इआ खव माटम महठ्का ,
. तुझे मजा दिल कबाबमें है॥ इसी लिये जान ..
जाना मैंने रखा दथेलीके काबमें है॥ न चैन
हे केचेन पडा हूं नहीं ताब मुझ बेताबमें हैं॥
सिसक्ता० ॥३॥ गुरु गंगार्सिह है आलीम .
उल्मा चदे झायरीर काबमें है ॥ समझना `
शायर गुबदीसिहको कहा ख्याक तेरे जवा- `
चमे है ॥ उमरावसिह वद्रीदत्तसे तुब तागा `
ताकि सहिसाबमें हे ॥ नजनमनसरको नही
जानताजीता कौनसे निसाबमें है ॥ मिराजे
इट्म छंभूने बनके मुंडी दादी तेरी पि्ता-
वें है ॥ सिसक्ता रहेगा ० ॥ ४ ॥
सखी दौडकां. _
अजान जाती है मेरी पर हमे वो बोले `
नहीं ॥ क्या करे जतवीर हम दिलकी गीरह
खोले नहीं ॥ सैकडों सद्में उठाते हैं सदा.
देते उसे॥ थकगईं मेरी जवांपर वो तो कुछ ...
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