भवभूति और उनकी नाट्य - कला | Bhavbhooti Aur Unki Natya Kala
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
68 MB
कुल पष्ठ :
374
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about अयोध्या प्रसाद सिंह - Ayodhya Prasad Singh
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)सु संघ
अ० रा
अ० दऽ
अभि० ना
19,
द५ ए०
ॐ० चम
एु० ञ्यो०
ए० चु°
एनर्क्ष भा०
कथा ०
० उण चख०
कण प्र०
का० मा० मा
का० मी०
काब्या ०
का स्रू०
9 हि लि०
क्खा० ड्रा५
क्षीर० अ० कछो०
जे-ए-ओ-एस
जे-जी-आर-आई
टो० स०
तु ०
तु० 5४
द्०9 हि © छि 9
दे०
^
91 चू €= =‰< च्छ +
५६ ९ ५
५ ४
।
: अरस्तू का काव्यशास्त्र : डा° नगेन्द्र
ॐ
अनर्धराघव
: अभिज्ञानरङुन्दल
: नास्यशाख्र ( अभिनव भारती सहित ) : गायकवाड ओरियिण्टल
सीरीज
: अष्याध्यायी
: इण्डियन् एण्टीक्वेरी
® 8 +
के के
उत्तररामचरित
एन्दोण्ट ज्यॉगरफी ऑव इण्डिया : लनरल कनिंघम
एरिस्टोरिस्स यिअरी अवि पोष्टरी एण्ड फादन आट स : एस
एच० बुचरं
: एनस्स ओव द भाण्डारकर ओरियण्टर इन्स्यीच्यूट
ॐ
#॥
कथासरित्सागर : निर्णयसागर प्रेस
उत्तररामचरित : पी वीर काणे
: कृव्यप्रकडि
ॐ कै
ड
मालतीमाधव : एम० आर० काटे
कात्यमीमांसा
: काव्याद
क
कै
॥)
: काव्यालङ्कारदू्रश्त्ति
: हिस्यरी मवि क्लासिकृर संस्कृत छिर्य्वर : एम ० कृष्णमाचारियर
: द क्लासिकल ड़ामा ओव इण्डिया : हेनरी उन्ट्यू° वेस्स
: अमरकोश्च : क्षीरस्वामी
जर्नल ओव द अमेरिकन ओरियण्टल सोखादटी
: जॉर्नल ओव द् गङ्ञानाथ झा रिसर्च इन्स्टीच्यूट
महावीर्चरित : टोडरमल
: तुलना कीजिए,
; दशरूपक
ॐ
; ए हिस्टरी अव संस्कत लिटरेचर ( क्लासिक पीरियड ); खण्ड १:
एस० एन० दासगुप्त और एस० के० दे
ः देखिये
User Reviews
No Reviews | Add Yours...