देश दर्शन | Desh Darshan

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Desh Darshan by रामनारायण मिश्र - Ramnarayan Mishra

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about रामनारायण मिश्र - Ramnarayan Mishra

Add Infomation AboutRamnarayan Mishra

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
सेनापति थां । कुछ समय तक भगवानदास पंजाब का मूबेदार रहा । १५८५ हे० में उसने अपनों बेटी जहां- गीर का ब्याह दी । भगवानदास का गाद लिया हुआ बेटा मानसिंह १४६० में इस राज्य की गद्दी पर बेठा । पानसिंह ने १६१४ ई० तकर राज्य भिया । राजा मान- सिंह मुगल राज्य का सबसे बड़ा अफसर था । वह ७००० पुड़सदारों का सेनापति था उसने मुगलों के लिये उड़ीसा, बड़ाल चार आसाप में युद्ध किया । वह काबुल, बड़ाल, बिहार थ्ोर दक्षिण का सूबेदार रहा | राजा मानसिंह ने सचमुच मुगल साम्राज्य का मान बढ़ाया । जंसिंह प्रथम भा इस राज्य का विख्यात राजा था। उसने दन्तिण पं आरङ्जेष की सव लड्ाहयां लहुं । वह ६००० घुड़सवारों का सेनापति था पर अन्ते श्रौग्जेष उसस जलने लगा । १६६८ ३-पं ओरङ्जेव ने जहर दिछा कर उते मरवा डाला । जेसिंह प्रथम $ पश्चात्‌ दा राजा साधारण हुये । इनके पश्चात्‌ जसिंह द्वितीय या सवाई जेसिंह बहुत परसिद्ध थे । यह उपाधि मुगल बाःशाहङी श्र स मिली थी। सचमुच वह अपन समकालीन राजाओं से वीरता अर दृसरे ( १४)




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now