| An Banchya Ankar.
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
593 KB
कुल पष्ठ :
98
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)गीत
मारा आंसू पीग्यो ऊमर को रेतीलो तोर रे,
तो भी नही घुपी यादाँ की या घू घठी लकी र रे ॥।
उधडी मिली म्हूंन” पगथद्ियां गेला प' चोराया प5
हाल घडी उट चल्या भस्या सेनाण मित्या हर छायापःऽ
आसा का मृगजद क' पाछ' भटके मन की पीर रे ॥ या
कदी नहीं आया म्हारे आंगण तो तुलसी पूजवा,
सपनां क दार' भौ आतां व पग लाग' धूजवा,
नं मदिर में मिल' न मुंडा सू वोल' तसबीर रे ॥ या”
कद की वोई वेल चमेली हाल न आया फूल रे,
कद का म्हारी भून्यू उपर र्या वादा भूल रे,
कद सू सिमटूयौ साम्यो मन को पडियो पचरग चीर रे ॥ या“
तात तव दद ज्य टमक' ये गीतां रा बोल रे,
दोजुगवड़ी कटाणौ वणगोवहूंन तोभी खोलरे,
कसक' तो भी काइ न पाऊं यो दो घार्यो तीर रे ॥।
सारा आसू पीग्यो ऊमर को रेतोलो तौर रे,
तो भी नहीं घुपी यादा को या धूधलो लकीर रे ॥।
१अ
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