महाराजा महादजी सिन्धिया | Maharaja Mahadji Sindhiya

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Maharaja Mahadji Sindhiya by श्री सम्पूर्णानन्द - Shree Sampurnanada

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about श्री सम्पूर्णानन्द - Shree Sampurnanada

Add Infomation AboutShree Sampurnanada

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
महादजी सिन्धिया। १- प्रस्तावना । इस संसारमें कभी कभी ऐसे व्यक्ति जन्म ठेते हँ जिनके जीवनका इतिहास उनके देशका तत्कालीन इतिहास कहा जा सकता है। यदि कोई इतिहासवेत्ता उनका वर्णन छोड़कर उनके जीवन-कालका इतिहास लिखना चाहे तो उसकी रचना नितान्त गोखदयून्य, अर्थ- हीन ओर असम्बद्ध प्रतीत होगी । ये छोग अच्छे हों या बुरे, पर इनमें कुछ ऐसी विलक्षण योग्यता होती है कि ये अपने समयके इतिहासका मूर सूत्र अपने ही हाथों रखते ईह । इतिहासके पृष्ठे अरोक, अकबर, औरड्लजेब, शिवाजी, नेपोखियन या वर्तमान कैसरके नामोंको निकालनेकी कल्पना करनेसे ही उपर्य्युक्त कथनकी मत्यना म्प दो जाती हे ।




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now