सामवेदसंहितायाः [भाग १ ] | Samved Samhitaya [Part 1]
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
182 MB
कुल पष्ठ :
1026
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)तदादं सौम
वदेदिन्द्रावसं
तस्मा र
ता अद्य नमसा
ता अस्य पृशनायुवः
तामः शत
तानौ वाजवत्रीर्
ताभिरा गच्छतं
ता वां सम्यम्
तावां गीर्भिर्
ता सश्राजा
ताहि शन्त
ता इवे ययीर्
` सिद्धी वाच ईरयति
दिखी वाच खद्
तुचे तुनाय
दुभ्य भुतासः
तष्येमा भुवना
तुरुग्सवी सधुसन्त'
दुविश्म तुविक्रतो
ते अख सन्तु
ते जानत खम्
ते न: सहद्िण'
ते नो हृष्टिं
ते पूतासी विपश्चित:
ते विशा
ते मतान विपश्चित:
ठे स्याम रेव
सीर इवदह्णय,
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तीशासा रघयावाना
त्यसमु व: सचासाइं
त्यसुदी अप्रहणं
त्यमू ष्ठु वाजिनं
त्य सुसषं.
वातारमिन्ट्रम्
तिंशद्वासम वि राजति
विकदरकेषु चेतनं
विकट्रकेषु मंडिषी
चिरस्मे सप्त
वीशि चितस्य
तौर पदाति
ल' यविष्ट
ल' राभैव सुव्रती
त वरण उत
त वल्य ,
ल' विप्रस
तं ससुद्धिया
त्व सिन्धू रवाख्जी
ल सुतौ मदिन्तमी
त्वं सुष्वाणो अद्िभिर्
त्रसूव्यनशओआ
ल सोम नृमादनः
त्व सोम परि सव
त्वं सीमासि घारयुर्
तवं ह त्यत्यणीनां
त द यद्यप्तभ्यी
त्व' दि सैतवद्
त्व दधि नः पिता
१८३
७३१
३९९
२५२।७८५
२१४।७५४
५.५.४
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