मुद्रा एवं बैंकिंग | Mudra Evm Bainking

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Mudra Evm Bainking by टी॰ टी॰ सेठी - T. T. Sethi

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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मुद्रा की परिभाषा; कार्य एवं महत्व 11 कि { 0दहाप्रा 01१, ८८१60145 ^१४ 51617164 05 ।१0।४६४] मुद्दा वह धुरी है चिम पर ग्रं विजान चक्कर लगाता है --मागेन भारत मे मुद्दा झव्द का प्रयोग उस सकेत-चिन्ह अथवा परिकय-चिन्ह के लिए दिया जाता था जो राज-दरवार वी ओर से किसी व्यक्ति की प्राप्त होता था | वर्तमान युग मे भी मुद्रा से अभिग्राय राज्य द्वारा जारी किये गये उस सकेत चिन्ह से है जिसके द्वारा देन में सम्पूर्ण लेन-देन सम्पन्न होता है। अंग्रेजी भाषा का शाब्द मनी (11911९)) लैटिन भाषा के शय्द 'मोनेटा' (10062) से वना है । 'मोनेटा देवी शूनो (6०५- 0९७5 [छा 0) वा दूमरा चाम है, जिसके मन्दिर म प्राचीन रोम मे सिक्कौ का टकण होता था । मुद्रा की परिभापाएं विभिन्न नर्थशास्त्रयों द्वारा दी गयी मुद्दा की परिभाषाएँ इतनी भधिक हैं कि यह निश्चय दर दादा कठिन हो जाता हैं कि कौनसी परिभाषा दो सावा जाय ( केन्ज ने ठीक ही सिखा है कि “राजनीति अर्थशास्य ने परिभाषाओ से अपना गला घोट डाला है ।' विभिन्न परिभाषाथों में वर्गीकरण द्वारा सुदा की एवं सही परिभाषा जानने मे सहायता पिल सकती है । परिभापाओ का वर्गीकरण अथशा स्त्रियों दी दिचएरधारए के अनुसार तथा परिभाषाओ वी प्रति के यनुमार विया जा सक्ता दै। विचारघारा के आधार पर- विभिन्न भयेशास्त्रियों दारा मुद्रा की दी गयी परिभाषाएं या तो मुद्रा को विस्तृत या मकुचित धर्थ प्रदान करती है। विस्तृत अर्थ दालो परिमादाएं--वारर तथा हाटेले शिदर्स के नतुसार, “ुद्ा दहू__ है जो मुंद्री का घाय॑ करे.” इसी _प्रतार अमरीकी मधंधारती केरट व विचारानुमार्‌ “मुद्दा बोई भी बह वस्तु हो सरनो है जो मामात्यत_विनिमय-माव्यम त्रथा मुल्यनमाप्रर,. वे रुप मे समाज मस्वीतार की_जाती है.” काले हैलफ रिंग तया कुछ थन्य घर्थ- दास्तिया ते सुद्दां की इतनी व्यापव €ूय मे परिमापा दी हैं कि मौद्रिक प्रणाली का सम्बन्ध तगभग सम्पूर्ण अर्थे-व्ययस्था से स्यापित हो जाता है । इन परिभापाआ वी मन्नोपजनक नरी मान जाता, क्योक्रि यद्‌ चैव, विलि, ड्रावट लादि को भी सुद्रा मे मभ्मििन केर तेती ह्‌, जौ मुद्रा वास्यं नसते ए नी वास्वव म मुद्रा नहोहै। वृष उनकी स्पीड नि लनिवायं नटी है, इसलिए उन्हें मुद्रा का दर्जा नहीं दिया जा सकता । सकचित यर्य वाली परिभाधाएँ--रायटमन दारा दी गयो मुद्रा थी परिभाएा १७ ~ ५ पड १ 4 16 ०८0 ५ ध ८०८०6 स6क6 लापञयाञ -- 41८५ [19750311 059 95 पय नण) ततत -- 654 ५ जना 4; ५ 0) की स ०) 49 कताव 10 वकवत र्वं कार्ण 106५ ॥४ “ 1 10117)2 {1131 25 60 प्राठय[$ १५९५ जां हटा टा १ 30 ^ ९03०6 67 25 व 9176374 ०९.०1५ ना, ए ४ दा सब पर कटा लि द हव्य, 3. ए [तालन भट, १० 1, 211 +




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