सरल अनुवाद - शिक्षा | Saral Anuvad Shiksha

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Saral Anuvad Shiksha by इन्द्रनाथ आनन्द - Indranath Aanand

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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विशेषण अर विशेभ्य की समानता ११ विेषण सहित- इमे सुन्दरे नेत्रे (ये दो सुन्दर अखि), तो चतुरो वाली (वे दो चतुर लड़के), ते चतुरे कन्ये (वे दो चतुर लड्क्रियो), एतौ पन्यो पितरो ये पच्य माता पिता), युवानौ दपती छा पत्ति-पत्नी), वद्धो श्वशुरो (वृदे सास-सघुर), अनन्तो यावाप्रथिव्यौ (अनन्त अकाश श्रोर प्रभ्वी), सदशौ पितापुत्रौ (एक जेसे वाप-बेटा) | बहुवचन-- इमे वाला (ये लड़के), इमा कन्या (ये लड़क्यों), एते पुरुपाः (ये पुरुष), एता नायें (ये स्त्रियो), इमे वृता ये पेड़), इमा लता. ये वेले), इमानि पुष्पाणि ये फूल), इमानि फलानि (ये फल), एते प्रशना (ये प्रश्न), एतानि उत्तराणि (ये जवाब), ता. कथा (वे कहानिया), तानि व्याख्यानानि (वे व्याख्यान) | विरोषण सहित-- इमे चतुरा बाला (ये चतुर ल्के), इमा चतुरा कन्या (ये चतुर लड़कियों ), एते योग्या पुरुषा _ (ये योग्य पुर } एता _ योग्याः नायं (ये योग्य स्त्रियो), इमे हरिता वृ्ञा (ये हरे पेड), इमा. हरिता लता (ये हरी वेले), इमानि सुन्दराणि पुष्पाणि (ये सुन्दर फूल), इमानि मधुराणि फलानि (ये मीठे फल), एते सरलाः प्रश्ना (ये सरल प्रश्न), एतानि विचित्राणि उत्तराणि (ये विचित्र उत्तर), ता. मनोह्दरा. कथा (वे मनोहर कहानियां), तानि मनोहराणि व्याख्यानानि (वे मनोहर व्याख्यान) |




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