इनकम टैक्स कानून | incom tax kanun

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incom tax kanun by अज्ञात - Unknown

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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उछमन खड़ी कर दी गई है। दण्ड और जुर्माने के भयानक विधान वना दिए गवे हैं। इन सब का पूरा खुलासा पुस्तक के भीतर है । यहाँ पर पाठकों की जानकारी के ढिए हम परिवतनों की सश्चेप में सूची मात्र दे देते है । मुख्य परिवर्तन निम्नलिखित किए गये दैः-- (१) टैकूस स्छेब्र सिस्टम के अनुसार गाया जायगा । इसका खुरासा इस प्रकार दे :-- आगे टैक्स योग्य कुछ आय पर एक दी दर से टेक्स लिया जाता था परन्तु अच दुर आय के टुकड़े कर प्रत्येक पर उत्तरोत्तर चढ़ते हुए दर से टेक्स ठगाई जायगी । उदाहरण स्वरूप पुराने एक के अनुसार कुछ आय रु० ५,०००} होती तो इन समूचे रुपयों पर ॥॥ के हिसाव से टेकूस ख्या जाता था अगर आय १००००} होती तो ~) अनेके हिसाब से समूची आय पर टेक्स लिया जाता था परन्तु अब आय के टुकड़े किए जायंगे ओर टेक्स प्रत्येक टुकड़े पर अछग-अढछग कसी जायगी । उदाहरण स्वरूप ₹० १०,०००) की आय पर रैकस इस प्रकार होगी :-- आय दर प्रति रुपया ट्स १,५००] कुछ नहीं कुचं नही २५००] £ पाई १६४-) १०००) १ आ०५ ३ पा० २३६०॥ =) १००००] ५५४) आगे ९,०००] या उससे ऊपर आमदनी होने पर टेकूस छगती थी अब २,०००] से ऊपर आय होने पर ही टेक्स छगेगी । आगे जितनी टैक्स होती थी उसमे उसका बारहवा दिस्सा सरचार्जके रूप मे और जोड़ दिया जाता था; अब सरचाजें नहीं छगेगा। टेकस किंसी भी हाख्त मे उस रकम के आधे से अधिक नहीं होगी जो कि छुछ आय में से २,०००) वाद देने पर रहेगी । उदाहरण ३




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