उत्तर प्रदेश में विकास कार्यक्रमों द्वारा महिला सशक्तिकरण एक मूल्यांकन | Uttar Pradesh Me Vikash Karyakramo Dwara Mahila Sashaktikaran Ek Mulyakan

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Uttar Pradesh Me Vikash Karyakramo Dwara Mahila Sashaktikaran Ek Mulyakan by प्रताप सिंह गढ़िया - Pratap Singh Gadhiya

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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चलाया जा रहा है और जिसका उद्देश्य महिलाओं के कार्य बोझ व कार्य समय में कमी लाने की तकनीक के उपाय, उनके स्वास्थ्युशिक्षा और विश्वास को बढ़ाकर उनके कौशल सुधार के माध्यम से आय सृजन करना है। बालिका समृद्धि योजना को परिवार व समाज में लड़कियों के प्रति दृष्टिकोण को बदलने के लिये चलाया गया है। काशी व वृन्दावन में रह रही निराश्रित विधवाओं, प्राकृतिक विपदाओं से बेघरबार हुई महिलाओं. जेल से रिहा हई महिलाओं जिनको उनका परिवार स्वीकार नही करता, ` बलात्कार से पीडित लड़कियां जो अपने घर नहीं जाना चाहती या परिवार. उनको स्वीकार नहीं करता ओर आतंकवाद से प्रभावित महिला जिनके पास रोजी-रोटी का कोई साधन नहीं होता आदि के लिये स्वघार योजना चलायी गयी जिस योजना के तहत शरण स्थल, भोजन, कपड़े आदि के साथ-साथ शिक्षा व कौशल सुधार में प्रशिक्षण दिया जाता है। वूमन कम्पोनेन्ट प्लान के तहत सभी विकास कार्यक्रमों में महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण देने का प्राविधान किया गया हे | शिक्षा के क्षेत्र मे जहां कस्तूरबा गाधी आवासीय बालिका विद्यालय खोले गये हे वहीं दूसरी ओर निजी प्रबन्ध कँ से असेवित गांवों व विकास खण्डो मेँ माध्यमिक विद्यालय खोलने हेतु सहायता दी गयी बालिकाओं को कन्या धन देने के साथ महिला पोलीटेक्निक खोले जा रहे हैँ । राज्य मे महिला समाख्या के दारा भी शिक्षा व जागरूकता के कार्य किये जा रहें हैं। राज्य स्तर पर महिला विशिष्ट व महिलाओं से सम्बन्धित विकास कार्यक्रम का क्रियान्वयन -महिला कल्याण विभाग, महिला कल्याण निगम, आई0सी0डी0एस0, खादी व ग्रामोद्योग बोर्ड, ग्रामीण विकास विभाग, महिला डेयरी निदेशालय, परिवार कल्याण निदेशालय, रेशम निदेशालय, प्रौढ़ व अनौपचारिक शिक्षा निदेशालय तथा समाज कल्याण विभाग के माध्यम से किया जाता है। जबकि जिला स्तर पर जिला ग्राम्य विकास अभिकरण, जिला विकास अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला पंवायत राज अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, प्रबन्धक, दुग्ध विकास तथा जिला उद्योग केन्द्र महिलाओं के विकास कार्यक्रमों का क्रियान्वयन करते हैं । विकास खण्ड स्तर पर सहायक विकास अधिकारीगण खण्ड विकास अधिकारी की सहायता से महिला विकास कार्यक्रमों को लागू करते हैं | विभिन्‍न महिला विकास कार्यक्रमों की चर्चा के बाद अगले भाग में हमने सन्‌ 2000 में किये गये क्षेत्रीय सर्वेक्षण के आधार पर महिलाओं के लिये चलाये गये विकास कार्यक्रमों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, राजनैतिक भागीदारी व विकास योजनाओं के सम्बन्ध में उनकी भागीदारी व जागरूकता का मूल्यांकन प्रस्तुत किया है। 1.7 क्षेत्रीय सर्वेक्षण के आधार पर महिला खशक्तीकरण की स्थिति जैसा कि पूर्व में कहा गया है कि हमारे प्रतिदर्श का आकार प्रत्येक ग्राम पंचायत से 125 महिलाओं से साक्षात्कार लेना रहा है। ग्राम पंचायतों के चयन के. लिए एक ग्राम पंचायत को कम साक्षरता तथा दूसरे पंचायत को जहां अनुसूचित जाति की जनसंख्या अधिक है का चयन किया गया 15




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