धुन के धनी | Dhun Ke Dhani

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Dhun Ke Dhani by सत्यदेव विद्यालंकार - Satyadev Vidyalankar

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about सत्यदेव विद्यालंकार - Satyadev Vidyalankar

Add Infomation AboutSatyadev Vidyalankar

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
एक दृष्टि में | १५ १८-१९ किशनगढ़ में एक बट वृक्ष के नीचे : ऊंट की सवारी ११८ २०. प्रधानमंत्री नेहरू के साथ ११६. ` २१. सिरोही मे महाराजा श्रौर श्री गोकुलभाई भट्ट के साथ 1 , १२० २२. टोक में महात्मा गांधी की प्रतिमा का उद्घाटन १२१ २३. राजप्रमुख जयपुर महाराजा के साथ १२२ २४. श्री हीरालाल शास्त्री प्रौर मोहनलाल युखाडिया के साथ १२३. २५. श्री रफ श्रहमद किदवरईकेसाथ ` १२४ २६. अपने कार्यालय में १२५. २७. जगजीवन हरिजन श्राश्रम, बीकानेर में १२६ २८. ताजसर में १२७. २६. शहीद सागरमल गोपा की समाधि पर १२८ ३०. माताजी के देहावसान के उपरान्त १२६. २१, २२, ३३. प्रधानमंत्री के साथ भोजन, श्री ठेवरभाई्‌ के साथ, ज्ञान- मन्दिर जोधपुर में १३०. ३४-३५. सांकंड़ा में वीणावादन : चम्बल नृत्य नाटिका १२३१ ३६. रेकाडिग कराते हुए र १३२ ३७. दिल्ली प्रादेशिक हिन्दी साहित्यिक सम्मेलन में - १३३ ३८. श्रसन्तुष्ट काग्रेसियों के वीच १३४. ३६-४० १६६३ में राजस्थान की दिवंगत विभूतियां : टिहरी के शीहद देवसुमन १३५. ४१-४२. नीमच ठिकाने में जनता की विजय का स्मारक : अन्तिम समाधि स्थल १३६ तीसरा खण्ड भ्रनुभूतिपुखो स्मृतियां १३७ प्रकरण १ : व्यर्वितत्व व चरित्र | ११६ १. मूर्धन्य व्यवितत्व उपराष्टृपति डा० जाकिर हुसैन, २. भ्रनुकरणीय व्यक्तित्व मुख्य न्यायमूर्ति श्री दुर्गाश्नंकर जी दवे, वरिष्ठ न्यायालय, जोधपुर । ३. वेजोड व्यक्तित्व श्री रामनिवासजी मिर्धा, भ्र्यक्ष : राजस्थान विधान सभा, जयपुर 1 भर रणा स्त्रोत रावसाहव श्री नारायणसिह जौ ससूदा उपाध्यक्ष : राजस्थान विधान सभा, जयपुर ।




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now