साहित्य - पारिजात | Sahitya Parijat

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Sahitya Parijat by शुकदेवविहारी मिश्र - Shukadevavihari Mishr

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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३६ साहित्य-पारिजात : वषय पष्ट खंडर से माला दीपक में भिन्नता २३६ सारालङ्कार (४८) २३६ यथास ङ स्यालङ्कार(४९) २३६ पयय ( ५० ) २9 प्रथस पर्यायालकुार २४० द्वितीय पर्याय २४२ पर्याय, विशेष श्रौर परिश्रत्ति क भेद-प्रदशन २४३ समुच्चय प्रथम तथा पर्याय में सेद २४५ ३ ` परिवृ्त्यलङ्कार (५१) २४३ 'परिकृत्ति में मतभेद ४३ पर्याय, विशेष और परिवृत्ति का भेद प्रदशन २४३ परिदृत्ति के भेदो कै विषय . में मतमेद , देखो प्ररिृतति के लक्षण के नीचे) २४६ परिसङ ख्यालङ्कार (५२) २४६ पर्यस्तापह्‌ ति रौर परिसङ्ख्या का भेदे-प्रदशन २४७ विकल्प { ५३) २४७ विरोध तथा विकल्प म मेद्‌ २४७ समुच्चयालङ्कार (५४) २४६ -समुच्यय का सामान्य लक्षण ( देखो समुच्चय ) २४९४ विष्य पृष प्रथम समुच्चय २४६ गुणों का उदाइरण (देखो प्रथम समुन्य कं लक्तके बाद) २४६ क्रियाओं का उदाहरण. २११ कारक दीपक और प्रथम समुच्चय में भेद २.९७ द्वितीय समुच्चय २९१ समुच्चय और संदेहवान्‌ का मेंद-प्रदशन २५२ समाधि और द्वितीय समुच्चय का पुथक्करण ^ २५३ प्रथम समुश्वय तथा पर्याय में भेद २९३ कारक दीपक (५५) २५४ व्याकरणम कारक क प्रकार का ( लक्षण कै नीचे) २९४ कारक दीपक और प्रथम समुच्चय में भेद २१५ समाधि (५६) २५७ खमाध्यलङ्कार शओरौर समुच्चय में भेद ड २५७५ समाधि आर परदषेण में मेद २५६ परत्यर्नकालङ्कार (५७) रभ प्रत्यनीक कौ पृथक्‌ श्रल- मरता रश्म




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