इलाहाबाद विश्वविद्यालय के वाणिज्य एवं व्यवसाय प्रशासन विभाग में | Ilahabad Vishvavidyalay Ke Vanijy Evm Vyavasay Prashasan Vibhag Men
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
50 MB
कुल पष्ठ :
365
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)७. ५९111१1 11419 1 169 60 (1/1 1.1 ि९ा/
(1) व्यापक संचार का _ प्रारूप ..: (५12६ 10212 15
विज्ञापन संचार का प्रमुख प्रारूप है । इसके लिए विभिन्न माध्यमों का पूरक ढंग
से उपयोग किया जाता है. जिससे बार-बार सन्देश दोहराने की जरूरत न हो|
) सार्वजनिक. प्रस्वुतीकरण
विज्ञापन सार्वजनिक रूप से किया जाता है इसमे गोपनीयता का कोई स्थान नहीं
है। अपितु विज्ञापन को अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाने का प्रयत्न किया जाता हे |
५, 11111 111 11111111 11111111, विज्ञाप 11111111 11111. 1111111 6 # 17171111 11111111 11111111 11111111 11111111 11111111 11111111 111
विज्ञापन निश्चित विज्ञापकों द्वारा कराया जाता है। इसका तात्पर्य यह है कि
विज्ञापन कराने वाला निश्चित होता है। सभी व्यक्ति विज्ञापन नहीं कराते हैं |
५ # 9१
ही
[५) भुगतान _ : (7.6४)
विज्ञापन मुफ्त में नहीं होता है। इसके लिए विज्ञापन कराने वाले द्वारा भुगतान
किया जाता है।
(४ दृश्यमान या. मौखिक _: (ाइए21. 0२ 0010)
विज्ञापन या तो दृश्यमान होता है जिसे देखा जा सकता है या फिर मौखिक
होता है जिसे मुँह से या लाउडस्पीकर की सहायता से किया जा सकता है|
( 1 11111111 11111111 1111 111 1111111 11011 11111 11111111 11111111 11111111 1 11111111 11१11
व्यवसायी द्वारा विज्ञापन ग्राहकों में क्रय प्रेरणा उभारने के लिए किया जाता है
जिससे क्रय ओर विक्री मं वृद्धि हो सकं।
User Reviews
No Reviews | Add Yours...