श्रीमद्भगवाद्गीता | Sreemadbhagavatdita

लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
9 MB
कुल पष्ठ :
598
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)अनुक्रणिरो १५
क
विएय
११-२४ शानपटितं प्रति पुरुपकां विपय् ।
गुणन्नयविभागयोग नामक चीदहवं
अध्यायं ॥ १४॥
शामकरी भदिमा ओर अरति पुरुपसे जगती
|
५-१८ सतत, रज तम तीनो युरणोका विषय ।
न | मगवत्-प्रप्तिका उपाय ओर गुणातीत पुरुषके
पुरुषोत्तमयोग नामक पनदरहवा
अध्याय ॥ १५ ॥
१-६. संमारदृक्षका कथन और भगव्त-प्राप्तिकाउपाय। 1
७-११. जीवात्माका विपय |
१२-१५. प्रभावसदहिंत परमेश्वरके खरूपका विपय ।
! १६-२० क्षर, अक्षर, पुरुषोत्तमा विषय 1
देवासुरसंपद्धिभागयोग नामक
सोरुहवां अध्याय ॥ १६॥
१-५ फरुपतित देवी जीर आघुरी सपदाका कथन ।
9 { आसुरी सपदावाछोंके छक्षण और उनकी
उधोगतिका फेथन ।
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