बदरी केदार की ओर | Badri Kedar Ki Or

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
श्रेणी :
Badri Kedar Ki Or by धर्मानन्द उनियाल - Dharmanand Uniyal

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about धर्मानन्द उनियाल - Dharmanand Uniyal

Add Infomation AboutDharmanand Uniyal

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
१९६ .] ट्रिमालय के वरद-पु् भारतीय राजनीति के स्तम्भ माननीय हेमवती नन्दन बहुगुणा जी के प्रति में अत्यन्त आर्भारी हूं जिन्होंने अपनी राजे-- मे तिक व्यरतता से समय निकाल इस पुर्स्तक को प्राककथन लिखा है । आार० वी ० एस० प्रकाशन के मालिक श्री रणघीर सिह जी का भी मैं बामारी हूं जिन्होंने पुस्तक के प्रकाशन में गहरी रुचि ली । पुस्तक की साज-सज्जा का सारा श्रेय उन्हीं को जाता हैं। मुद्रणालय दर होने से. मैं पुस्तक के अन्तिम प्रफ नहीं पढ़ पाया अतः पुस्तक में प्रफ की कुछ अशुद्धियाँ रह गई हैं जिसके लिए मैं सुधी पाठकों से क्षमा-प्रार्थी हूं। मेरा यह प्रयास कितना सफल रहा है,- इसका - निणेय पाठके करेगे 1 इस पुस्तक के पढ़ने से पाठकों की जिज्ञासा कुछ भी शान्त हुई तो मैं अपना प्रयास सफल समझू गा । गांधी जयन्ती , --धमनिस्द उनियाल २-१०-८२




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now