छात्रो, उठो ! जागो ! ! | Chhatro, Utho! Jago!!
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
4 MB
कुल पष्ठ :
152
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)'४१--दुबंलताएंँ कैसे टूर हों ?
४२--उद्धार कामा
४३--सोचो, समो श्रौर करो
४४--चिनगारी जगाद्रए
४५--गुरप्रो की खोज कीजिए
४६--गूरग्रो के पास जाइए
४७-गुरु कौन है ?
४८--गुरु बनाइए
४६--गुरु की सेवा कीजिए
प०--गुरुसेवा से लाभ
५१--योग्य गुरु के लक्षण
५२--योग्य शिष्य के लक्षण
५३--अ्रन्तेवासी बनिए
५४--कितने गुर बना
५५--गुर सेवा के लिए समय नहीं
५६--गुरुसे.श्रागे बदिये
५७--स्वास्थ्य जीवन का श्राधार है
५८--स्वास्थ्य के साधन
५९--भोजन केसा हौ
६०--व्यायाम कितना करे
६१--खेल श्रौर शिक्षा
६२--निद्रा देवी का प्रसाद
६३--प्रचतता की धूपमें
६४--सच्चरित्रता स्वास्थ्य क्रा तेज है
६५--त्रह्यचयं की महिमा
६६--त्रह्मचयं के लक्षण
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