श्री ज्ञानदीप पुष्पांजलि | Shri Gyanadeep Pushpanjali
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
6 MB
कुल पष्ठ :
184
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about श्रेयांस सागर जी महाराज - Shreyans Sagar Ji Maharaj
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)पृष्प-माला
क्र.सं. -
१.
विषयः
श्री दि० जेन पार्वेनाथ अ्रतिङय क्षेत्र विजौलिया का परिचय
प्रातः स्मरणीय श्री १०८ मुनिराज श्री श्रेयांससागरजी महाराज
वर्धा वाले का जीवन-परिचय संक्षिप्त में
क्षुल्लक श्री -१०५ मल्लिसागरजी का जीवन-परिचय
. णमोकार मन्त्र स्तुति
जिनवाणी स्तुति
पादवंनाथ स्तवन
माने पारस प्रभुजी कोनाम घणोप्यारोलागेहो
महावीर भगवान की स्तुति |
„. तुमसे लागी लगन वीरप्यारा .
. ` श्री १०८ मूनिश्रयांससागरजी पूजा
.` श्रोम् जय श्रेयांससागरजी मुनिराजा (्रारती) -
.'” मुक्ति की राह पर
. * घन्य धन्य भाग्य हमारे (ग्राहमर देने के बाद)
. मुनि सकल परिग्रह त्यागी (केंशलोंच करते समय का भजन)
.' बिहार करते समय : भजन-१ भजन २-
धन्य तपस्वी महाराज (भजने)
मा भ्रति ग्रानन्द यहाँ पायाजी (भजन)
श्री १०८ श्री श्रेयांससागरजी मुनि महाराज के प्रवचन-१, २, २,४
मोक्ष शास्त्र के कर्ता पूज्य उमास्वामीका संक्षिप्त जीवन-परिचय
मोक्षशास्त्रं
भक्तामर-महिमा
भक्तामर-स्तोच कथा |
श्री मानतंगायेविरचित ग्रादिनाथ भक्तामर स्तोत्र
छः टाला
लघु प्रतिक्रमण
श्री महावी राष्टकं स्तोत्र
पुष्ठांक
७9
९८
२९
२९
२५
२६
२७
२८
२६
२०
२४
२५
२९६
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२३८
४०
४९
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५०
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