मानस का कथा - शिल्प | Manas Ka Katha - Shilp
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
6 MB
कुल पष्ठ :
224
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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विषय पृष्ठ
तृतीय 'अध्याय--मानस की रामकया का स्वरूप ६४-१३७
(१) कया का चयन “ बाल काण्ड ६€५-१०८
(२ ) परिवर्धन-परिव्तन « श्रयोध्या कार्ड १०६-११५
‡ शरण्य काण्ड ११५-१२२
: किष्किन्धा काण्ड १२२-१२५
( ३ ) प्रसंगो फा स्थानान्तरण सुन्दर काण्ड १२५१३
( ४ ) नूतन उद्मावनाएँ ; लंका कार्ड १३२-१३६
( ४) निष्कर्ष : उत्तर काण्ड १३६-१३७
चतुर्थं खध्याय-मानस कौ रामकया का संगठन १३८१९५५
( १ ) मूलकथा १२३८१४०
( २ ) प्रासंगिक कथाएँ १४१-१४२
(३ ) संवघ निर्वाह १४२-९४५
पंचम श्रष्याय-पानस मे तुलषी का प्रबन्ध-फरीशल १४६-१६७
( १ ) मानस फ प्रस्तावना १४६-१४६
( २) बक्ता-भरोता का महत्व १४६- १५३
(३ ) केयानक गठन १५३-१५६
( ४ ) प्रबन्ध-कौशल १५६-१६१
श्र--सम्बन्ध-निवीह् १६१-१६४
च--रतित्रत्त १६४
स--रसात्मक विधान १६४-१६१
( १) वस्ठ-वणंन १६५- १.७७
रूप-सौंदर्य-वर्णन १६६-१७०
विवाह-व्णन १७०-१७२
नगर-वर्णन १७२-१७५
युद्ध-व्णन १७१्
प्रकृति-वर्णन १७५-१७७
(२) माव-वर्णन १७७-१६१
दर
हद
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