धर्मशास्त्र का इतिहास भाग - 3 | Dharmashastr Ka Itihas Bhag - 3

Dharmashastr Ka Itihas Bhag - 3 by पाण्डुरंग वामन काणे - Pandurang Vaman Kane

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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मा १ ३ नल श्रा० प्र० या श्रादधप °््श्राद्प्रकाश स्मृ० च० या स्मृतिच ° = स्मृतिचन्दिका भा०वि० या श्वाद्धवि०=शराद्धविवेक स्मृ० मु° या स्मुतिमु ° =< 15८ ॥५> स० श्रौ० सू० या सत्या ० श्रौ ° =सत्याषादश्चौतसूत्र सं० कौ० या संस्कारको ० नत्संस्कारकौस्तुम ख० वि० या सरस्वतीदि ०--सरस्वतीविलास सं० प्र ° संस्कारप्रकाष सा० ब्रा० या साम० ब्रा० == ब्राह्मण सं° र० मा० या संस्कारर० = संस्काररत्नमाला स्कन्द० या स्कन्दपु० स्कन्दपुराण हि० गृ° या हिरण्य° गृ० = हिरण्यकेशिगृह्यसूत्र दृग्लिक्ञा नामों के संकेत &. ७, = ए० जि० (ऐंइप्रेंट जियाग्रफी आव इंडिया) 439. 4. = आइने अकबरी (अबुल फजल कृत) 4. 7. २. = आल इण्डिया रिपोटेर 4. 8, ए. = र्दकसणपल स्वं रिपोटंस ए. 28. २. 4. 8. = बाम्बे ब्रांच, रायल एरियारिक सोसादइटी 8. 0. ?. 1. = भण्डारकर ओरिएण्टल रिसचं दर्टीट्यूट, पूना 0. 1. 1. = कापंस इंर्क्रप्डान्स इण्डिकेरम्‌ 2. 1. = एपिग्रफिया दण्डिका (एपि० इंडि०) 1. 4. = इण्डियन ऐंटिक्वेरी (इंडि० ऐंटि० ) 1. 0. = इण्डिया आफिस लाइब्ररी, लग्दन | 1. प्र. 2. = इण्डियन हिस्टारिकल क्वाटरली वु. &. 0. 5. < जनंल आव दि अमेरिकन ओरिएण्टल सोसाइटी 1. ^. 8. 8. = जर्नेंल आव दि एशियाटिक सोसाइटी आव बंगाल व. 8. 0. 8. 5. = जनेंल आव दि बिहार एण्ड उड़ीसा रिसचे सोसाइटी 1. २. ^^. 8. = जनल आव दि रायल एरियारिक सोसादटी (लन्दन) 8. 8.2. = सेक्रंड बुक आव दि ईस्ट (मक्समूकर दारा सम्पादित) ७. 0.8. = गायकवाड ओरियण्टल सीरीज़ | , € सड रा बे । (५२.1८




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