धर्मशास्त्र का इतिहास भाग - 3 | Dharmashastr Ka Itihas Bhag - 3
श्रेणी : धार्मिक / Religious, पौराणिक / Mythological
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
60 MB
कुल पष्ठ :
656
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about पाण्डुरंग वामन काणे - Pandurang Vaman Kane
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)मा १ ३ नल
श्रा० प्र० या श्रादधप °््श्राद्प्रकाश स्मृ० च० या स्मृतिच ° = स्मृतिचन्दिका
भा०वि० या श्वाद्धवि०=शराद्धविवेक स्मृ० मु° या स्मुतिमु ° =< 15८ ॥५>
स० श्रौ० सू० या सत्या ० श्रौ ° =सत्याषादश्चौतसूत्र सं० कौ० या संस्कारको ० नत्संस्कारकौस्तुम
ख० वि० या सरस्वतीदि ०--सरस्वतीविलास सं० प्र ° संस्कारप्रकाष
सा० ब्रा० या साम० ब्रा० == ब्राह्मण सं° र० मा० या संस्कारर० = संस्काररत्नमाला
स्कन्द० या स्कन्दपु० स्कन्दपुराण हि० गृ° या हिरण्य° गृ० = हिरण्यकेशिगृह्यसूत्र
दृग्लिक्ञा नामों के संकेत
&. ७, = ए० जि० (ऐंइप्रेंट जियाग्रफी आव इंडिया)
439. 4. = आइने अकबरी (अबुल फजल कृत)
4. 7. २. = आल इण्डिया रिपोटेर
4. 8, ए. = र्दकसणपल स्वं रिपोटंस
ए. 28. २. 4. 8. = बाम्बे ब्रांच, रायल एरियारिक सोसादइटी
8. 0. ?. 1. = भण्डारकर ओरिएण्टल रिसचं दर्टीट्यूट, पूना
0. 1. 1. = कापंस इंर्क्रप्डान्स इण्डिकेरम्
2. 1. = एपिग्रफिया दण्डिका (एपि० इंडि०)
1. 4. = इण्डियन ऐंटिक्वेरी (इंडि० ऐंटि० )
1. 0. = इण्डिया आफिस लाइब्ररी, लग्दन |
1. प्र. 2. = इण्डियन हिस्टारिकल क्वाटरली
वु. &. 0. 5. < जनंल आव दि अमेरिकन ओरिएण्टल सोसाइटी
1. ^. 8. 8. = जर्नेंल आव दि एशियाटिक सोसाइटी आव बंगाल
व. 8. 0. 8. 5. = जनेंल आव दि बिहार एण्ड उड़ीसा रिसचे सोसाइटी
1. २. ^^. 8. = जनल आव दि रायल एरियारिक सोसादटी (लन्दन)
8. 8.2. = सेक्रंड बुक आव दि ईस्ट (मक्समूकर दारा सम्पादित)
७. 0.8. = गायकवाड ओरियण्टल सीरीज़
| , € सड रा बे ।
(५२.1८
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