सेवादल मैन्युचल | Sevaadal Mainyual
श्रेणी : मनोवैज्ञानिक / Psychological
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
959 KB
कुल पष्ठ :
33
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)(श्रा) वह दलपति के श्रादेशानुसार शिक्षाक्रम श्रौर भ्रन्य साहित्य की रचना
करेगा ।
(इ) वह दलपति के भ्रादेशानुसार ऊंची रिक्षा प्राप्त करने या सेवादल में
उत्तरदायी पदों को ग्रहण करने के लिए उपयुक्त व्यक्तियों को चुनेगा ।
(३) संघटक :-
(श्र) वह् सेवादल के कायं को सवंप्रिय बनाने के लिए जनता मेँ प्रचार करेगा,
सेवादल में नये स्वयंसेवकों को भर्ती करेगा तथा जो पहले कायं कर रहे हँ उन्हे उत्सा-
हित करेगा ।
_. (झा) वह् काग्रेस कमेदियों ग्रौर कांग्रेस कार्यकारियों से निकट संबंध बनायें
रखने के लिए उनसे संपकं रखेगा ।
(इ) दूसरी संस्थाग्रों श्रौर जनता में काम करनेवाले व्यक्तियों से संपकं रखना
जिससे सेवादल के लिए उनका समथन प्राप्त हो सके ।
(४) कार्यालय मंत्री :-
(अर) वह दफ्तर के काम को ठीक ढंग से रखेगा । वह इसका ध्यान रखेगा
कि रिपोटं विवरण भ्रादि नियमित रूप से कार्यालय को मिलते रहं या कार्यालय से
जाया करें तथा दैनिक पत्र-व्यवहार कायें ठीक ठीक आर समय से हों ।
(झ्रा) वह हिसाब रखेगा ।
(इ) वह॒ दल के भंडार का भार लेगा।
(५) टुकड़ी नायक :--
(अर) वह संख्या बल को कायम रखेगा, टकंडी को श्रावश्यक शिक्षा देगा
भ्रोर उसमें कायक्षमता रौर श्रनुशासन को बनाये रखेगा ।
(श्रा) वह् टुकंड़ी की भलाई का ध्यान रखेगा ग्रौर सदस्यों की शिकायतें दूर
करेगा ।
(इ) वह स्थानीय परिस्थिति के श्रनसार कार्यक्रम तैयार करेगा भ्रौर सदस्यो
को काम बांटेगा ।
टिप्पणी :--प्रान्त के पथ-प्रदशेन के लिए दिये गये उपर्युक्त नियमो के श्राधार पर
जिला तहसील या तालुकों में काम करनेवाले श्रधिकारियों का काम
निर्धारित किया जाय ।
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