सेवादल मैन्युचल | Sevaadal Mainyual

Sevaadal Mainyual by अज्ञात - Unknown

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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(श्रा) वह दलपति के श्रादेशानुसार शिक्षाक्रम श्रौर भ्रन्य साहित्य की रचना करेगा । (इ) वह दलपति के भ्रादेशानुसार ऊंची रिक्षा प्राप्त करने या सेवादल में उत्तरदायी पदों को ग्रहण करने के लिए उपयुक्त व्यक्तियों को चुनेगा । (३) संघटक :- (श्र) वह्‌ सेवादल के कायं को सवंप्रिय बनाने के लिए जनता मेँ प्रचार करेगा, सेवादल में नये स्वयंसेवकों को भर्ती करेगा तथा जो पहले कायं कर रहे हँ उन्हे उत्सा- हित करेगा । _. (झा) वह्‌ काग्रेस कमेदियों ग्रौर कांग्रेस कार्यकारियों से निकट संबंध बनायें रखने के लिए उनसे संपकं रखेगा । (इ) दूसरी संस्थाग्रों श्रौर जनता में काम करनेवाले व्यक्तियों से संपकं रखना जिससे सेवादल के लिए उनका समथन प्राप्त हो सके । (४) कार्यालय मंत्री :- (अर) वह दफ्तर के काम को ठीक ढंग से रखेगा । वह इसका ध्यान रखेगा कि रिपोटं विवरण भ्रादि नियमित रूप से कार्यालय को मिलते रहं या कार्यालय से जाया करें तथा दैनिक पत्र-व्यवहार कायें ठीक ठीक आर समय से हों । (झ्रा) वह हिसाब रखेगा । (इ) वह॒ दल के भंडार का भार लेगा। (५) टुकड़ी नायक :-- (अर) वह संख्या बल को कायम रखेगा, टकंडी को श्रावश्यक शिक्षा देगा भ्रोर उसमें कायक्षमता रौर श्रनुशासन को बनाये रखेगा । (श्रा) वह्‌ टुकंड़ी की भलाई का ध्यान रखेगा ग्रौर सदस्यों की शिकायतें दूर करेगा । (इ) वह स्थानीय परिस्थिति के श्रनसार कार्यक्रम तैयार करेगा भ्रौर सदस्यो को काम बांटेगा । टिप्पणी :--प्रान्त के पथ-प्रदशेन के लिए दिये गये उपर्युक्त नियमो के श्राधार पर जिला तहसील या तालुकों में काम करनेवाले श्रधिकारियों का काम निर्धारित किया जाय । ५२




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