महामना प॰ मदनमोहन मालवीय | Mahamana P. Madanamohan Malaviy

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Mahamana Madanamohan Malaviy by नृसिंह - Nrisingh

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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[ ७ | इस समय श्रापकी चार खंतानें हें । उनमें से बड़े का नाम परिडत रमाकान्त मालवीय 'है । आप प्रयाग में वकालत करते हैं। दो पुत्र बम्बई में व्यापार करते हैं । सब से छोटे परिडत गोविन्दकान्त मालवीय पएम० ए०, एल-पएल० बी हैं जो विशेष कर अपने पिताजीके साथ ही रहते हें । श्राप बड़े उत्साही नवयुवक हैं । ग़रीब श्रौर दुःखी विद्याथियो के सहायतां आप सबंदा सच हृदय से तैयार रहते हैं । झाप बड़े स्वदेश- भक्त हे ।




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