हस्लिखित हिंदी पुस्तकों का संक्षिप्त विवरण खंड २ | Hastlikhit Hindi Pustako Ka Sankshipt Vivarana Khand-2

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Hastlikhit Hindi Pustako Ka Sankshipt Vivarana Khand-2 by विविध लेखक - Various Writers

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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(११) भाराहमासा ( प }-मगनषास हृद । नि क संश १६ १। बि बारह मसददीनों का भङन | भरा महव झज़ारामदाण, कुरी गूँगदास, पंचपेइवा (रोडा)। ~+ घ॑ ५-११६१। बारइमासा ( पथ )--मगदठीदात हत । प° गोपिर्ो का विरप बशर । भ्रा -नागरीप्रबारिणी मा बाराख्सी !-> ४१-१६९ । बारदमात्ा ( पच }--मररेष हत । मि भिर षर्यन । (षक) का घं १९१९। प्रा-शा्ता भननारषण नगरा पभा अ नौरा (प्य)। -» १९११६ षी। (श्ष)ज्नि का से !९५ | प्रा--शाला रामशीन प्रटरौशषी ( इरदोई ) ।-+२६ ९१९ बी। बारइमासा ( पथ ) -मृषम्मद्छाई हठ । भि बिरह गर्यान | श्रा कुकर मडूमसिड गारशर ।-+ ६-२९४ ( किर भम्रास ) । चारमासा ( प्र )- मस्म ह । मि ईरषर परेम धवा मछि | प्रा*~सरस्वी मार भक्मणमेड भ्रगोप्पा ।->१०- १५५७ | बारइमासा ( पद )--रामाम ( खुली कहि ) हत । ए का घे १८७६ लि शा तं (८९ । बि बिरद बर्यान । भ्रा -पै शाममडन पाट महमूरपुर नमा डा, हप ( तीठापुर ) । ने २६-४८९। बारामात्ा ( पद्य }-ललनसेनि हृत । भि गार । (षमसि कम त १०८५] प्रा -संठ शिषप्रताद साहु, गोजबारा सदाकती ( भ्राजक ) । ५ ४१-र१६ स । (क्षल का ५ १८६५ भा -भी एमचि धषेड भोवरी हा लेषरप्ना (जोनपुर) | +व १-११८। (षण)पा प॑ रश श्रोबे प॑ शमनरेतन नौ लषत्वार, दकिभयेक्षा भिया । > ४१-२१६क। बाइरमासा ( पथ )--संबर ( कबि ) श्त । षि भिर । श्रा प॑ बिष्वताप देहरा ॐ ल्तोमएुर ( लीयौ ) |> २१-४२९। बारामासा ( पथ )--सुदुर्शन झत । ९ का ठं १८१२९। वि कान मक्ति | प्रा*--सरस्वती मंडार, लब्मलकोद झवीष्या 1 + १५४-१८१। बारइमासा ( फ्य )--दरास इठ | लि का तं १६१९ । मि मिरह बखेर | प्रा -ठा -स्थठ्तिद शिवा डा... सदमूदाबाद ( सौरापुर) | > शइ-इ०र१ सी | बारइमासा ( पद्य )--ईतराव झठ । नि. गोपियों बम निरद बरन ।




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