अभिधम्मत्थसंगहो भाग - 2 | Abhidhammatthasangaho Bhag - 2
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
46 MB
कुल पष्ठ :
710
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)कामासव $ ४ ७३३
भवासव ००० ००५ ७३३
- दुष्टि-आसवं पिन क ७३४
अविद्यासव ०७४ ००१ ७३४
ओघं (४) ४५6 ज ७३४
योगं (४) न {कन ७३५
घर्म॑स्व॑रूप ५.३ धिः ७३१५
ग्रन्थ (४) ज + ७३६०
अभिध्या ह न ७३७
व्यापाद न ४ ७३७
दीलब्रतपरामशां त ५५ ७३७
इदंसत्याभिनिवेश कि ह ७३६
उपादान (४) विगत स ७४०
आत्मवादोपादान कि. ५; ७४०
परमात्मा ४ के ७४१
जीवात्मा क ह) ७४२
नीढरण (६) (क क , ७४४
दो घर्मों का एक नीवरणत्व* ९१२. + ७४४
अनुशय (७) ग क ७४५
अनुदाय का काल भं १ ७४८
संयोजन (१०) र. त ७४६९
स्व॑प ' 5 ७५१
योग-ग्रन्थ-संयोजन च कः ७५२
क्लेश (१०) कक बा ७५२
१५०० क्लेश „` क ५6 ७५३
मिभकलश्ग्रह र 6 ५ ७५५
हेतु (६) नह भा ७१५५
घ्यानाङ्गं (७) | ८9 ७५५
मार्गाद्ध (१२) भर व ७५७
सम्यग् दृष्टि ओर उसके भेद पक क ७५७
सम्यक् सङ्कल्प भौर उसके मेद भ कक ७५८
मिथ्या सखुल्प न कर ७५६
इन्द्ियाँ (२२) फल किक ७५९
प्रञेन्दरिय ० जीव ००० ७६०
अनाज्ञातमाज्ञास्यामीन्धिय {द ए ७६१
भाजिन्द्रिय क अ ५ ७६१
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