साहित्य प्रदीप | Sahitya Pradip
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
7 MB
कुल पष्ठ :
280
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)मावृभूमि ५
२--क्या क्या उपकार मातृभूमि ने हमारे साथ किए हैं श्रौर
करती है !
२--इमारा उसके प्रति क्या कर्तव्य है ! यहाँ कर्व श्रपनी कया इच्छा
प्रकट करता है ?
४--मातुभूम का कैसा रूप यहाँ प्रथम हंद म चरित किया
गया है?
५--द० न° ९ श्रौर ३ का सान्वय भावाथं लिखी |
६--विशेष « बनाओ ओर प्रयोग करो-
सुख, खेलना, शेष, पून, प्रेम ।
७--छु० न० ३ को निया. चुना श्रर उनके रूप श्न्य पुरुप सामान्य
भविष्य, रौर परभूत में लिखो।
८--इस कविता # केठाग्र करो आर इसी प्रकार को मातृभूमि या
भारत-परेम पर कद दुसरी कविता सुनाश्नो |
६--म्या झन्तर है सोदाइरण लिखो-
श्रन्न- अन्य, विविध--विजुध, देह--दाह, सृमन~-सु मन,
समन ।
१०--प्रत्यय या उपसग लगाकर विविध शब्द बनाओ--
मन, भाव, शान्ति, सन, रूप ।
११--सविग्रदं समाध श्र ग्रथ लिखों श्रोर पर्यायवाची शब्द बताशओं--
भव-बंधन-मुक्त, विर्वपालिनीः खषोपम, प्रत्युपकार,
जीवनाघ।र ।
संकेत-
१--प्रथम छंदगतत रूपक को स्पष्ट करना तथा इसी प्रकार झन्य
रूपकं रचना रौर श्चानां ।
२--ऐसी झन्य कविताएँ चुनना-घुनाना ।
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